शुभम जेन भिण्ड ब्यूरो / भिंड जिले में विधानसभा चुनाव में सरकारी कर्मचारियों के डाक मत डालने के दौरान मतदान केंद्रों पर हंगामे की स्थिति बन गयी। सुबह से वोट डालने के लिए इंतजार कर रहे कर्मचारियों को जब अपने मत का उपयोग करने को नहीं मिल सका तो उन्होंने हंगामा कर दिया। हंगामे की सूचना मिलते ही कई प्रत्याशी और उनके प्रतिनिधियों के साथ ही जिला कलेक्टर और एसपी भी मौके पर पहुंच गए। जिसके बाद वर्तमान विधायक सपा प्रत्याशी नरेंद्र सिंह कुशवाह और कलेक्टर के बीच जमकर बहस भी हुई। कलेक्टर के सामने ही कर्मचारियों ने हंगामा भी कर दिया। कर्मचारियों के नारे लगाने से कलेक्टर साहब काफी नाराज दिखाई दिए और उन्होंने कर्मचारियों को चुप रहने की हिदायत भी दे डाली।
भिंड विधानसभा में लगभग बारह सौ से अधिक डाक मतदाता हैं जिनको कई बार मतदान का प्रशिक्षण दिया गया और उसी दौरान उन्हें मत का प्रयोग करने के लिए फॉर्म 12 भी दिया गया। लेकिन यह नहीं बताया गया कि इस फॉर्म को कब और कहां जमा करना है। जिसके चलते अधिकांश कर्मचारियों ने फॉर्म 12 अपने पास ही रखा। आज कर्मचारियों को मतदान के लिए बुलाया गया। वहां पहुंचे कर्मचारियों को बताया गया कि जिनके फॉर्म 12 जमा हो चुके हैं केवल उन्हीं को मतदान करने दिया जायेगा जिसके चलते महज दस प्रतिशत कर्मचारी ही डाक मत का उपयोग कर सके। जिसके बाद मतदान से वंचित कर्मचारियों ने हंगामा कर दिया। मामले में कर्मचारियों का कहना है कि उन्हें फॉर्म जमा करने की कोई तारीख नहीं दी गई थी और ना ही इसका प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा कोई प्रचार-प्रसार किया गया । हंगामे और सपा प्रत्याशी से बहस के बाद कलेक्टर मीडिया को देख बिना बोले ही चलते बने । निर्वाचन के इस कार्य में भिंड जिले में लापरवाही साफ़ तौर पर सामने आई ।