आशीष रावत पिपरिया इंदौर के बाद अब पिपरिया में 5 साल की मासूम से दुष्कर्म कर हत्या की , दोषी कोन
मध्य प्रदेश में अब मासूम बेटियां सुरक्छित नही । मासूम बेटियों को हैवान अपनी हवस का शिकार बनाकर हत्या कर फरार हो जाते है। हाल ही में इंदौर में एक मासूम को उसके ही एक परिचित ने अपनी हैवानियत का शिकार बनाकर मौत के घांट उतार दिया था अब ताजा मामला होशंगाबाद जिले के पिपरिया कस्बे का है जंहा एक हैवान ने मासूम को शिकार बनाया …
इंदौर के बाद एक बार फिर मध्य प्रदेश शर्मिंदा है । मासूम बेटियों की सुरक्छा हम नही कर पा रहे है । आये दिन मासूम बेटियों के साथ हैवानियत की हदें पार हो रही हैं। होशंगाबाद के पिपरिया में बुधवार शाम घर के सामने खेल रही गुड़िया को एक हैवान उठा कर ले गया । परिजनों ने पुलिस से गुहार लगाई । पुलिस को शहर भर की स्वयमसेवी संस्थानों ने ज्ञापन दिया शहर भर की माताओ की ममता जागी ह्रदय स्थल पर सेकंडों महिलाओ ने 4 घण्टे तक चक्काजाम किया तब कंही मध्य प्रदेश पुलिस को लगा ओर 24 घण्टे में सबूतों के साथ आरोपी को लेकर जनता की अदालत में मौजूद हो गई। ।
पिपरिया की नन्ही परी गुड़िया की अनसुलझी कहानी क्या है पुरा मामला अब तक एक नजर …
4 दिन बीत जाने के बाद आज मासूम का पुलिस को सुराग लगा । पुलिस ने उस अगवा करने वाले आरोपी को तलाश कर लिया जो पिपरिया की मासूम महज 5 साल की गुड़िया को ले गया था । अगवा हुए 5 वे दिन की सुबह पिपरिया के लिए काला दिन सिद्ध हुआ । सुबह से ही शहर भर में पुलिस ने फोर्स तैनात कर दिया। सुबह के 9 बजे गुड़िया के परिजनों को थाने पुलिस अधिकछक ने बुलाया भारी पुलिस बल की मौजूदगी में परिजन थाने पहुंचे । शहर में ये खबर आग की तरह फैल गई कि गुड़िया को कुछ हुआ है । शहर की आम जनता बेटी की सलामती की खबर पुलिस कप्तान से सुनना चाहती थी । लेकिन आज नियति को तो कुछ और मंजूर था । मासूम गुड़िया को 5 दिन पूर्व अगवा करने वाले दरिंदे को पुलिस ने बुरहानपुर के खरकन से देर रात ही उठा लिया था। रात में पूछताछ करने पर उसने पुलिस को सब बता दिया । पुलिस अधिकच्छक ने मासूम गुड़िया के परिजनों को बताया कि आरोपी पकड़ा गया है उसने जो किया वो कबूल चुका है अब हमारी नन्ही परी नही रही , आप पुलिस का साथ दीजिये जिससे हम आरोपी को जल्द ओर कठोर सजा करवा सके । ये सुन मासूम गुड़िया की माँ का बुरा हाल हो गया मानो किसी ने उसकी दुनिया ही उजाड़ दी । जैसे तैसे गुड़िया के पिता और चाचा ने कलेजे पर पत्थर रख पुलिस को सहयोग करने की बात कही। पुलिस अधिकच्छक ने तकरीबन 11 बजे शहर की आक्रोशित जनता के बीच से गुड़िया के परिजनों को लेकर पिपरिया होशंगाबाद चेतक टोल ले आये। कुछ ही देर में होशंगाबाद की तरफ से सरपट दौड़ती आधा दर्जन पुलिस की गाड़ियां रुकी जिसमे उस आरोपी को लाया गया था । पुलिस अधिकच्छक ने सभी गाड़ियों को पीछे चलने का कहकर अपने वाहन को आगे रखते हुए मंडी रोड से बाईपास पचमढ़ी रोड की तरफ चल दिए । रेलवे के अंडर ब्रिज को क्रॉस कर रेलवे लाइन के बाजू से पुलिस की गाड़ियां एक एक कर झूला पुल तरफ बढ़ी ओर कुछ दूरी पर जाकर रुक गई । भारी पुलिस और गुड़िया के परिजनों के बीच उस दरिंदे को लेकर पुलिस अधिकक्छक एक झाड़ियों तरफ बढ़े जंहा उस दरिंदे ने हदे पार की थी। पिपरिया की नन्ही परी के गुनहगार ने बताया कि गुड़िया को इन्ही झाड़ियों में फेंका है पुलिस ने जब झाड़ियों की तलाशी ली तो नन्ही परी के लाल सूट का कपड़ा दिख गया जिससे गुड़िया के वंहा होने की पुस्टि हो गई। पुलिस ने बड़ी सावधानी से गुड़िया को उन झाड़ियों से बाहर निकाला और अस्पताल ले आई जंहा 4 डाक्टरों की टीम ने गुड़िया का पोस्टमार्टम किया । पुलिस अधिकच्छक ने शहर में बढ़ रहे तनाव को देखते हुए शहर के ह्रदय स्थल पर सुबह से चक्का जाम लगाए आक्रोशित लोगो को संभालने का जिम्मा उठाया और मंगलवार थाना में आकर आम जनता को समझाने के प्रयास किये । आक्रोशित जनता ने आरोपी की एक परिचित महिला के घर को आग के हवाले कर दिया। शाम होते होते गुड़िया के शव को परिजनों को सुपुर्द करते हुए पुलिस फ़ोर्स की मौजूदगी में अंतिम बिदाई दी गई । गुड़िया को बिदा करने मनो आज पूरा शहर उमड़ पड़ा हो और ये कह रहा हो हम शर्मिंदा हैं । वंही मीडिया से बात करते होशंगाबाद पुलिस कप्तान अरविन्द सक्सेना ने बताया की आरोपी ने बुधवार को 5 साल की मासूम बिटिया का अपहरण किया था और सुनसान जगह ले जाकर उसके साथ दुष्कर्म किया । जाते जाते बच्ची को जान से मारकर झाड़ियों में दबाकर भाग गया था। पुलिस को इस गुत्थी को सुलझाने में 4 दिन का समय लग गया । आरोपी की काल डिटेल उसके परिवार की बताई लोकेशन के आधार पर बुरहानपुर से गिरफ्तार किया है । पुलिस ने जघन्य अपराध मानते हुए कई धाराओं में आरोपी पर मामला दर्ज किया है. फ़ास्ट ट्रेक कोर्ट में 7 दिन के अंदर डायरी और आरोपी को पुलिस पेश करेगी और जल्द से जल्द आरोपी को कड़ी सजा के लिए प्रयास करेगी । वंही शाम होते होते शहर में दीपावली का त्यौहार मातम में तब्दील हो गया शहर की जनता खरीददारी छोड़कर कर पिपरिया की मासूम नन्ही परी के जाने के गम में डूब गई। देर शाम जनता ने शहर के मुख्य मंगलवारा चौराहे पर केंडिल जलाकर नन्हीं परी गुड़िया को नम आंखों से श्रद्धांजलि दी । रात करीब 9 बजे एक बार फिर आम जनता का सब्र टुटा और सेकंडों की संख्या में महिलाओं और आम जनता ने थाने का घेराव कर दिया। आक्रोशित जनता को पुलिस ने काफी समझाने का प्रयास किया पर जनता जिद पर अड़ी रही। जिसके चलते पुलिस ने हल्का बल प्रयोग कर जनता को खदेड़ा । पुलिस के बल प्रयोग से भड़की जनता ने पुलिस पर पत्थर फेंकना शुरू कर दिया और इस घटना में इटारसी एस डी ओ पी घायल हो गए वंही पुलिस के बल प्रयोग में कई लोगो को चोटें भी आई । रात होते होते पुलिस ने आक्रोशित जनता को मुख्य मार्ग से हटा दिया।
वंही पिपरिया की मासूम परी गुड़िया केस के कुछ अनसुलझे सवाल हैं जिनका जबाब अब भी बांकी हैं  …
1 पिपरिया पुलिस को 4 दिन से ज्यादा का समय क्यों लगा ?
2 पुलिस ने आरोपी को पूर्व में भी इसी तरह के अपराधों में गिरफ्तार किया था फिर क्यों उस पर नजर नहीं रखी गई ?
3 क्या आरोपी के अलावा इस केस में उसके अन्य साथी भी शामिल है ?
4 क्या पिपरिया पुलिस को पुलिस अधिकच्छक ने इस मामले में क्लीन चिट दे दी ?
5 क्या इस घटना से होशंगाबाद पुलिस सबक लेते हुए ऐसे अपराधियों को चिन्हित कर उन पर कार्यवाही की जाएगी ?