जुगल किशोर शर्मा … श्योपुर बिजली ठेकेदार ने 5 दिन में चलाई कुल्हाड़ी 17 किमी के हजारों पेड़ बना दिए ठूंठ । वन विभाग की साठगांठ से हजारों की तादात में पेड़ काटे गए अफसरों को खबर होने के बाद भी ठेकेदार पर कार्यवाही करने से कतरा रहे है । प्लांटेशन के खैर ,गुरजेन ,आंवला, छोलिया सहित दो दर्जन प्रजातियों के पेड़ों को काटा गया …
श्योपुर कराहल जो विभाग जंगल की सुरक्षा करता है वही विभाग ने जंगल के पेडों को कटवा दिया । हालांकि वन विभाग के रेंज आफिसर विकास कार्य मे बाधा नही बनने और डीएफओ ने एनओसी जारी करने के बाद सैकड़ा पेड़ की कटिंग करने की बात कह रहे है । देखा जाए तो हकीकत यह है कि बिजली ठेकेदार ने 17 किलो मीटर के जंगल के पेड़ हजारो की तादात में कटवा दिए । खास बात यह है कि कराहल के शिवपुरी श्योपुर के हाइवे किनारे 66 केव्हीए की बिजली की लाइन को लगाने में आड़े आ रहे जंगल मे हजारो की तादात में पेड़ो को काटा गया है जबकि विभाग द्वारा दी गई एनओसी नियमानुसार पेड़ो की टहनियां ही काटने की अनुमति मिली थी लेकिन इन सब के बाद भी वन विभाग के अफसर जंगल के पेड़ों को कटते देख रहे है । हजारो पेड़ काटे जाने के बाद भी वन विभाग कुंभकर्ण की नीद सोया हुआ है । जबकि यह खबर पूरे जिले में लोगो को जंगल के कटने की आग की तरह फैल चुकी है । गोरस ओर कराहल के बीच हाइवे किनारे लगे जंगल मे हजारो पेड़ काटे जाने को लेकर पर्यावरण विद न्यायालय की शरण में जाने की बात कह रहे हैं । जानकारो का मानना है कि एक पेड़ काटने पर वन विभाग की नींद उड़ जाती है लेकिन 17 किमी का जंगल वन विभाग के कुछ अधिकारियों की साठगांठ से हजारो पेड़ को काट दिया है । शिवपुरी श्योपुर हाइवे के किनारे का जंगल महज 5 दिन में 300 मजदूरों की कुल्हाड़ी से साफ हो गया है । प्लांटेशन के नाम पर विगत बर्षो में पेड़ लगाए जाते रहे है । 66 केव्हीए की लाइन को लगाने के लिए बीच मे आ रहे 17 किमी के जंगल को साफ़ किया गया । वन विभाग लाखों रूपये खर्च कर हर साल पेड़ो की सुरक्षा के लिए प्लांटेशन तैयार करता है जिस सुरक्षा घेरे में जंगल लगा है वही ठेकेदार ने कुल्हाड़ी चला कर हजारो पेड़ कटवा दिए खास बात यह है कराहल रेंज के 5 प्लेटेशनो में हर दिन वन विभाग का कर्मचारी तैनात रहता है लेकिन जब ठेकेदार ने हजारो पेड़ काट दिए तब कोई वन विभाग का कर्मचारी मौजूद नही दिखा । ठेकेदार ने एसओसी के नियम के उलठे जंगल के पेड़ काट दिए । स्थानीय वन विभाग के अफसर पेड़ के नियम से काटे जाने पर जारी एनओसी का हावला देकर ठेकेदार पर कार्यवाही करने से बच रहे है । वंही कराहल रेंज से मात्र एक किमी पर एसडीओ ओर रेंज आफिसर का हेडक्वाटर बना हुआ है ये अधिकारीयों जंगल में मौजूद रह कर जंगल मे होने वाले अपराध की देख रेख करते है।
कटे हजारों पेड , अधिकारी बोल रहे पेड़ो की काटी टहनियां
बीते 5 दिनों में 66 केव्हीए लाइन लगाने के लिए लाइन के बीच मे रोड़ा बन रहे जंगल के विशाल पेड़ो को हजारो की तादात में काट दिया है यही नही काटे जा रहे पेड़ो की सुरक्षा में तैनात कर्मचारी भी देख रेख करने तक नही पहुचा । ठेकेदार के पास वन विभाग से मिली एनओसी परमिशन की बात रेन्जाफिसर बोल रही है। 
4 नम्बर तक देना है 66 केव्हीए लाइन खींच कर
बीते एक साल से रुका 66 केव्हीए की 

लाईन का कार्य पेडिंग में था रात दिन में पेड़ो की कटाई कर हजारो की तादात में आनन फानन में पेड काट दिए है । कार्य को पूरा करने में बिजली विभाग और ठेकेदार को 4 नम्बर तक 66 केव्हीए कि

 लाइन चालू करने की हिदायत मिली जिस पर वन विभाग का जगल का क्षेत्र रोड़ा बना हुआ था जिला वन मण्डल से मिली परमिशन के विपरीत वन विभाग केकुछ अधिकारीयों से साठगांठ कर हजारो की तादात में पेड़ काट दिए है ।
इनका कहना है कि …
सरकारी विकास का कार्य है इस मे कलेक्टर ओर डीएफओ से ठेकेदार को परमिशन मिली है । जितना हम रोक सकते है उतना रोक दिया है पहले हम ने एक सप्ताह कार्य रोक दिया था जितनी हानि की है उसकी पीआरओ जारी कर दी है । डॉ. दीपमाला शिवहरे
रेन्जाफिसर सामान्य वन मण्डल कराहल