संजय दुबे….मप्र में भारतीय जनता पार्टी लंबे अरसे से सत्ता में काबिज है , विधान सभा चुनाव से पहले जारी पार्टी की लिस्ट में केंद्रीय मंत्रियों और सांसदों को इस बार पार्टी अपना उम्मीदवार बना रही है इस सूची से लगभग तय माना जा रहा है कि इस बार विधान सभा चुनाव में पार्टी शिवराज को अगला मुख्यमंत्री का चेहरा नही बनाने जा रही …..
मध्य प्रदेश की सत्ता में काबिज भारतीय जनता पार्टी को इस बार विधान सभा चुनाव काफी महत्वपूर्ण हो चले हैं । केंद्र में पुनः वापिसी के लिए हिंदी भाषी प्रदेशों में भाजपा की सरकार बनना बेहद जरूरी है पार्टी के लिए । प्रदेश में लगातार भाजपा की सरकार रहने के चलते 2023 की राह में एंटीईनकमबेंसी और स्थानीय विधायको का विरोध , सर्वे रिपोर्ट सबसे बड़ी चिंता बनी है । हाल ही में पीएम मोदी की सभा के बाद भाजपा ने एक और सूची जारी की है । इस सूची के आने से संगठन से लेकर सत्ता में बैठे जनप्रतिनिधियों की सांसे रुक गई है । आला कमान ने इस बार की सूची में तीन केंद्रीय मंत्रियों के साथ सात सांसदों को विधान सभा के मैदान में उतरकर सबको चौंका दिया है । तीन केंद्रीय मंत्रियों की प्रदेश की राजनीति में एंट्री का सीधा सीधा संदेश है कि 2023 के विधान सभा चुनाव में शिवराज के हाथ कमान नही होगी । इनके के आने से अब राजनेतिक गलियारों में चर्चा होने लगी है कि शिवराज को अगला मुख्य मंत्री पार्टी नही बनाएगी । वही अब ये देखना दिलचस्प होगा कि अगर मध्य प्रदेश में भाजपा सत्ता में पुनः वापिसी करती है तो अगला मुख्यमंत्री कोन होगा ?
पार्टी ने इन चेहरे को किया आगे ….
पीएम मोदी की सभा के बाद मध्य प्रदेश की दूसरी सूची जारी करते हुए पार्टी ने 39 उम्मीदवारों के नाम की घोषणा की है इन नामों में सबसे ज्यादा चौंकाने वाले तीन नाम है जो इस बार सत्ता के केंद्र में रहेंगे । केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर , प्रह्लाद पटेल , कैलाश विजयवर्गीय के आने से संगठन से लेकर विपक्ष भी हैरान है ।