शिव का राज बगैर शिव के अधूरा
संजय दुबे – मप्र में शिवराज की सरकार जब से बनी है तब से अब तक शिवराज सरकार शिव के बगैर अधूरी है , पहले भगवान भोलेनाथ की नगरी पचमढ़ी में जो विधायकों का प्रशिक्छण शिविर लगना था अब वो आज से बाबा महाकाल की नगरी उज्जैन में आयोजित हो रहा है …
मध्य प्रदेश की भाजपा में भले ही शिव का राज हो पर भगवान के शिव के शिव का राज अधूरा है । ऐसा हम इसलिए कह रहे है कि शिवराज सरकार पर भगवान भोले का आशीर्वाद है । मुख्य मंत्री शिवराज सिंह चौहान एक धर्म प्रेमी व्यक्ति है माँ नर्मदा की गोद से निकलकर आज मध्य की सत्ता में आसीन है एक तरफ माँ नर्मदा का आशीर्वाद है तो वही भगवान शिव भी शिवराज सरकार पर प्रसन्न हैं । मप्र की सत्ता में जब जब शिवराज आये हैं तब तब उनके कार्यकाल की शुरुवात भगवान शिव के आशीर्वाद से हुई । पूर्व में सत्ता और संगठन के बीच प्रशिक्छण वर्ग भगवान शिव की नगरी के नाम से प्रसिद्ध पचमढ़ी में हुआ । इस बार भी सत्ता की कमान संभालते ही सत्ता और संगठन के बीच तालमेल बिठाकर सरकार चलाने के लिए शिवराज सरकार भगवान भोले की शरण में है । इस बार सत्ता मिलते ही संगठन और सरकार के बीच सेतु बनाने पहले पचमढ़ी में विधायकों का परसिक्छण वर्ग 13 और 14 फरबरी को शिव की नगरी पचमढ़ी में होना था जो अब उज्जैन में हो रहा है । बाबा महाकाल की नगरी में प्रदेश सरकार और संगठन मिलकर मध्य प्रदेश के विकास पर चर्चा कर रहे हैं ।
बाबा महाकाल की नगरी में आज से दो दिवसीय प्रशिक्छण वर्ग का शुभारम्भ
राहुल शर्मा इंदौर ब्यूरो – उज्जैन को बाबा महाकाल की नगरी के नाम से जाना जाता है आज से दो दिवसीय विधायकों का प्रशिक्छण शिविर शुरू हो गया । 2021 में होने जा रहे नगरीय निकाय और त्रिस्तरीय पंचायत चुनावों में संगठन के साथ तालमेल बिठाकर चुनावों में जीत कैसे हासिल हो इस पर आज से मंथन उज्जैन में भारतीय जनता पार्टी कर रही है । इस बार के प्रशिक्छण शिविर में ख़ास बात ये है कि जो पहले कांग्रेस में हुआ करते थे अब वो पार्टी में शामिल होकर इस शिविर में शामिल हो रहे हैं । इस शिविर में मुख्य मंत्री शिवराज सिंह चौहान , बी डी शर्मा प्रदेश अध्यक्ष के अलावा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया, प्रदेश सह प्रभारी पंकजा मुंडे, केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल, केंद्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते, प्रदेश के गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा, विश्वास सारंग, उषा ठाकुर, गोपाल भार्गव, राजेन्द्र शुक्ल, भूपेंद्र सिंह, गोविंद सिंह राजपूत, तुलसी सिलावट के अलावा कई मंत्री, नेता,शामिल हो रहे हैं ।