एक ऐसी दुनिया का सच जो आज तक आपसे रहा अनजाना , जिसे देख कर आप हैरान रह जायेगें आत्माओं , रुहों का इंसाफ …
जहां दी जाती है सजाएं , इंसान को परेशान करने वाली रुहों , बुरी बलाओं का होता है खात्मा , हजारों की संख्या में पहुचते है अपनी परेशानी लेकर इस दर पर परेशान व्यक्ति , हर एक को मिलता है इंसाफ , बाबा गेव शा वली की दरगाह पर होली की रात लगती है अदालत …
इस अदालत में होता है इंसाफ पेशियों के बाद सुनाई जाती है सजा …
कहते है इंसानी दुनिया के उपर भी कोई दुनिया है। जंहा शैतान है जहां होता है , काला जादु जहां मौजूद है , वो शक्ति जो इन बलाओं से इंसानों को बचाती है …
इस दरगाह में चीखते चिल्लाते सर पटकते रहम की भीख मांगते हैं शैतान ….
होशगाबाद जिले के सोहागपुर तहसील के करनपुर गांव में सौ साल पुरानी बाबा गैब शा वली की दरगाह है जंहा शैतानी ताकतों से इंसानों को निजात मिलता है । इस दरगाह के बारे में कहा जाता है कि यहां सौ साल पहले बाबा गैव शा वली रहा करते थे उनके बाद से इस स्थान को पहचान मिली । तब से बाबा की दरगाह यहां मौजूद है । कहा जाता है कि यहां जब कोई व्यक्ति जादु टोना टोटका शैतानी बाधा से परेशान आता है और दरगाह की जालिया पकडते ही उसके अंदर मौजूद सारी शैतानी ताकतें बाहर आकर सच बोलने लगती है। इस अदालत में साल भर गुरुवार को यहां सैकडों लोगा आते है और दरगाह पर अपनी हाजिरी लगाते है । खास बात ये है कि जो शैतान इंसानों को ज्यादा परेशांन करते है उन्हे होली की रात यहां बुलाया जाता है और जैसे ही वो इन जालियों को पकडते है सच बोलने ल्रगते है। जो शैतान इसानों को छोछकर नही जाते उन्हे बाबा यहां सजा सुनाते है किसी को जहन्नुम तो किसी को होली की आग में जला देते है। यहां आने वाले लोगों में हिंदु से लेकर मुस्लिम तक यहां आते है। अपनी परेशानियों से निजात पाने के लिए।
हमने कई लोगों से बात की उनका कहना है कि उनको इस दरगाह पर आने के बाद फायदा हुआ है। यहां आने वाले लोगो का साफ कहना है कि वो परेशान थे कई डाक्टरों से इलाज कराया पर आराम नही मिला पर यहां आकर आराम मिला। किसी भी तरह का टोना टोटका जादु टोना काला जादु भूत प्रेत बाधा जिन्न जिन्नाद हो सब यहां ठीक होते हैं । बाबा का करिश्मा है। कहते है इस दरगाह से आज तक कोई खाली नही गया।
दरगाह के मोहम्मद सफी बाबा बताते हैं ये दरगाह तकरीबन 100 साल पुरानी है। हजरत गेब शा वली अलम टेकरी शरीफ से लोगो की परेशानियां दूर होती हैं। साल के 12 महीने गुरुवार को लोभान होती है। । [rev_slider alias=”home-adv”]