आशीष रावत….उज्जैन सावन सोमवार पर चौथी शाही सवारी ठाट-बाट से निकली चांदी की पालकी में सवार होकर प्रजा का हाल जानने निकले बाबा महाकाल…..

उज्जैन श्रावण मास में सोमवार को भगवान महाकाल की चौथी सवारी निकली । भक्तों को भगवान महाकाल के एक साथ चार रूपों के दर्शन हुए । अवंतिकानाथ चांदी की पालकी में चंद्रमौलेश्वर, हाथी पर मनमहेश, गरुड़ रथ पर शिवतांडव तथा नंदी पर उमा महेश रूप में सवार होकर भक्तों को दर्शन देने निकलें ।

ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर से शाम 4 बजे शाही ठाठ बाट के साथ सवारी शुरू हुई । पहले सशस्त्र सुरक्षाबलों ने बंदूकों से सलामी दी । इसके बाद राजाधिराज बाबा महाकाल प्रजा का हाल जानने निकले । जोकि कोट मोहल्ला, गुदरी चौराहा, बक्षी बाजार, कहारवाड़ी होते हुए लगभग शाम 5 बजे पालकी शिप्रा तट पहुंची । यहां पुजारी शिप्रा जल से भगवान का अभिषेक कर पूजा अर्चना की , पूजन पश्चात सवारी रामानुजकोट, कार्तिक चौक, ढाबारोड, टंकी चौराहा, गोपाल मंदिर पटनी बाजार होते हुए शाम 7 बजे पुन: महाकाल मंदिर पहुंचेगी । श्रावण मास होने के कारण प्रतिदिन बड़ी संख्‍या में देश-विदेश से भक्‍त महाकाल दर्शन और महाकाल लोक देखने पहुंच रहे हैं ।

आवाहन अखाड़े के महामंडलेश्वर अतुलेशानंद, कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम, महापौर मुकेश टटवाल और भाजपा नेता माखन सिंह ने सवारी का पूजन किया। एसपी सचिन शर्मा, कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम और नगर निगम कमिश्नर रोशन सिंह तीनों घोड़े पर बैठकर सवारी के आगे चल रहे हैं।
बड़ी संख्या में श्रद्धालु सवारी में शामिल हुए है। जगह-जगह बाबा महाकाल का पूजन-अर्चन किया जा रहा है। बाबा महाकाल के स्वागत के लिए सवारी मार्ग पर जगह-जगह रंगोली बनाई गई है।

सुरक्षा व्यवस्था…..
सवारी में इस बार पहले के मुकाबले सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाई गई है। सवारी के पूरे मार्ग के दौरान ड्रोन से निगरानी की जा रही है। वहीं, एक हजार सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं, जो पूरे मार्ग में साथ चल रहे हैं। इससे पहले 700 सुरक्षाकर्मी तैनात रहते थे। रैपिड एक्शन फोर्स (RAF) भी तैनात की गई है।