विकास पांडे जबलपुर…..जबलपुर से जुड़े बिहार के तार,अवैध हथियरो की तस्करी का खुलासा
जबलपुर में तैयार ak47 बिकती थी बिहार में
जबलपुर पुलिस ने बिहार में अवैध हथियारों के तस्करी में एक गैंग को पकड़ा है। बताया जा रहा है कि ऑर्डिनेंस फैक्ट्री का पूर्व आर्मर पुरूषोत्तम लाल द्वारा बिहार के मुंगेर जिले के हथियार तस्कर को 10 एके-47 रायफल 5-5 लाख रूपये बेची जा रही थी । पुरूषोत्तम लाल यह काम कई वर्षो से कर रहा था। अब तक वह कितने हथियार बेंच चुका है इसकी जांच भी का जा रही है। 31 अगस्त को अवैध हथियरों की तस्करी के लिये कुख्यात बिहार के मुंगेर जिले में बिहार क्राइम ब्रांच ने 10 एके-47 और अन्य हथियार समेत हथियार तस्कर इरफान को दबोचा था इसके बाद इरफान से केन्द्रीय सुरक्षा संस्थान ऑर्डिनेंस फैक्ट्री खमरिया, जबलपुर के कर्मचारी का नाम सामने आया । इरफान ने पुलिस को बताया था कि पूर्व आर्मर के कहने पर यह तस्करी की गयी थी। इसके बाद बिहार पुलिस की क्राइम ब्रांच टीम मुंगेर गयी और वहां पर दविश देकर सेंट्रल ऑर्डनेंस डिपो (सीओडी) के पुराने कर्मचारी पुरूषोत्तम लाल को अरेस्ट कर क्राइम ब्रांच प्रमुख एएसपी शिवेश सिंह बघेल की टीम ने संदेही पुरूषोत्तम लाल से एक-47 रायफल और कलपुर्जो के संबंध में पूछताछ की ।
सेना में था आर्मर पुरषोत्तम
एसपी ने बताया कि पुरूषोत्तम लाल 51 भारतीय सेना में आर्मर पद से 2008 में सेवा निवृत्त हो गया था पुरूषोत्तम के पास एके-47 के सुधारने के संबंध में सुधारने और बनाने की सारी जानकारी थी। पुरूषोत्तम 2012 से अवैध रूप से एके-47 के कारोबार से जुड़ गया, हथियार की तस्करी में पुरूषोत्तम ने ओएसडी स्टोर के मैनेजर सुरेश ठाकुर से दोस्ती बढ़ाई और उसे लालच देकर सेना के उपयोग में नहीं आने वाली ओएसडी के स्टोर में रखी एके-47 के स्पेयर पार्ट्स चुराने का जिम्मा सौंपा। सीओडी की सख्त सिक्युरिटी को चकमा देकर आरोपी अपनी कार में एके 47 रायफल के खुले हिस्सों रखकर बाहर लाता रहा ।
5 लाख रूपये में बेचता था एक एके-47
पूरूषोत्तम लाल अपने घर में बनाई फैक्ट्री में एके-47 असेम्बल कर फायरिंग कर चेक करता था इसके बाद वह बिहार जा कर एक एक एके-47 रायफल को 5 लाख रूपये में बेच देता था।
बेटे ने नदी में फेंके कलपुर्जे
क्राइम ब्रांच के प्रभारी एएसपी शिवेश बघेल ने बताया कि जब हमारी टीम पंचशीलनगर में दविश देने की तैयारी कर ही रही थी इससे पहले आरोपी पुरूषोत्तम की पत्नी चंद्रावती और उसके बेटे शैलेन्द्र रजक ने एके-47 के कलपुर्जो को कार में रखकर मण्डला रोड स्थित गौर नदी के पुल से नदी में फेंक दिया इसके बाद पुलिस ने चद्रवती और उसके बेटे शैलेन्द्र रजक को आरोपी बनाया है।