विनोद आर्य सागर ब्यूरो….सागर जिले में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया चार दिन पहले जन्मी एक बच्ची के पेट में जीवित भ्रूण में मिला पूरी दुनिया में ऐसे करीब 200 मामले सामने आए हैं डॉक्टर ने कहा कि यह मेरे जीवन का पहला मामला…

मेडिकल साइंस के लिए अजूबा और अचंभित करने वाले मामले जब-तब सामने आते रहते हैं । इनमें ‘फीट्स इन फीटू’ अर्थात मां के गर्भ में पल रहे शिशु के गर्भ में भी एक जिंदा भ्रूण पल रहा होता है । सागर जिले के केसली में भी चिकित्सा जगत का दुर्लभ मामला सामने आया है । इसमें चार दिन पहले जन्मी एक नवजात के गर्भ में जिंदा भ्रूण लेकर जन्मी है ।
लगभग 17 दिन पहले केसली निवासी 35 वर्षीय एक गर्भवती महिला जांच के लिए आई थी । सोनोग्राफी और सीटी स्कैन के बाद चौंकाने वाली बात सामने आई थी, जिसमें पेट में मौजूद शिशु के पेट में भी एक जिंदा भ्रूण(टेराटोमा) मौजूद था । महिला का चार दिन पहले सामान्य प्रसव केसली में कराया गया था, जिसके बाद नवजात को जिला अस्पताल के एसएनसीयू में भर्ती कराया गया है ।

सर्जरी ही एकमात्र विकल्प, विकसित नहीं हो सकता भ्रूण….

बीएमसी के रेडियोलॉजिस्ट डॉ. वृषभान अहिरवार के अनुसार फीट्स इन फीटू के ऐसे दुर्लभ मामलों में भ्रूण के अंदर भ्रूण जीवित नहीं रह पाते हैं । ऐसा एक भी केस हिस्ट्री में सामने नहीं आया है । दरअसल, शिशु का शरीर बहुत छोटा होता है और पेट के अंदर भ्रूण को पर्याप्त ब्लड व अन्य पोषक तत्व नहीं मिल पाते हैं, जिस कारण भ्रूण जीवित नहीं पाता है ।

यह एक बेहद दुर्लभ मामला है । मैं 2008 से सोनोग्राफी कर रहा हूं और यह मेरे लिए पहला ऐसा केस है । इस तरह के केवल 200 मामले ही लिटरेचर में उपलब्ध हैं ।
डॉ. पुण्य प्रताप सिंह बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज (BMC) में रेडियोलॉजी विभाग के एचआोडी