अरुण सूर्यवंशी बैतूल ब्यूरो….बैतूल जिले में एक मजदूर को आयकर विभाग से 314 करोड़ 79 लाख 87 हजार 883 रुपए का नोटिस मिलने से हड़कंप मचा हुआ है किराए के छोटे से मकान में रहने वाले मजदूर के लिए यह नोटिस किसी सदमे से कम नहीं है…..

बैतूल जिले से एक असामान्य मामला सामने आया है। यहां एक दिहाड़ी मजदूर के नाम पर 314 करोड़ रुपये से अधिक का टैक्स नोटिस जारी किया गया है ।एक सामान्य जीवन जी रहे मजदूर की दुनिया उस वक्त हिल गई, जब उसे आयकर विभाग से 314 करोड़ रुपये की टैक्स देनदारी का नोटिस मिला । किराए के छोटे से घर में रहने वाले इस मजदूर के लिए यह घटना किसी बड़े झटके से कम नहीं थी ।

 

दरअसल, मामला तब सामने आया, जब महाराष्ट्र आयकर विभाग ने बैतूल के मुलताई नगर पालिका से अंबेडकर वार्ड निवासी चंद्रशेखर पंडित राव कोहाड़ की अचल संपत्ति की जानकारी मांगी । जांच में पता चला कि जिस जमीन का जिक्र था वह चंद्रशेखर के नाम पर नहीं, बल्कि आमला के देवठान निवासी मनोहर हरकचंद पुत्र राधेलाल किराड़ के नाम पर दर्ज है । नगर पालिका ने यह जवाब आयकर विभाग को भेज दिया है ।

300 रुपये रोज कमाते हैं …
चंद्रशेखर, जो मुलताई के गांधी वार्ड में किराए के मकान में रहते हैं और मजदूरी से घर चलाते हैं, उस वक्त हक्के-बक्के रह गए जब उन्हें करोड़ों की टैक्स देनदारी वाला नोटिस मिला। उनकी आमदनी रोजाना मुश्किल से 200-300 रुपये ही होती है। प्रशासन को चंद्रशेखर को खोजने में कुछ दिन लगे, और जब वह मिले तो वह मानसिक रूप से काफी परेशान दिखे। शुरुआती जांच में शक नागपुर की एक बैंक पर गया है, जहां चार साल पहले उन्होंने चालू खाता खुलवाया था। संभव है कि इसी खाते का गलत इस्तेमाल हुआ हो। प्राप्त जानकारी के अनुसार, उस बैंक खाते से भारी वित्तीय लेन-देन किया गया, जिसकी वजह से यह टैक्स नोटिस जारी किया गया। अब चंद्रशेखर कानूनी सहायता ले रहे हैं और आयकर विभाग से संपर्क करने की कोशिश में जुटे हैं।