आशीष रावत……नागपंचमी के अवसर पर महाकालेश्वर मंदिर के मुख्य शिखर के तीसरे खंड पर स्थित भगवान श्री नागचन्द्रेश्वर मंदिर के पट सोमवार मध्यरात्रि खुल गए…..
नागपंचमी के लिए ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर के शिखर पर स्थित भगवान नागचंद्रेश्वर मंदिर के पट रविवार रात 12 बजे के बाद खोले गए। इसके बाद महानिर्वाणी अखाड़े के गादीपति महंत विनीत गिरीजी महाराज के सानिध्य में भगवान नागचंद्रेश्वर की पूजा अर्चना हुई।मंगलवार मध्य रात्रि 12 बजे पूजा अर्चना के बाद एक साल के लिए पुन: मंदिर के पट बंद कर दिए जाएंगे। भगवान नागचंद्रेश्वर के दर्शन के लिए देश के विभिन्न् राज्यों से आए श्रद्धालु रविवार रात 8 बजे से दर्शन की कतार में लग गए थे। भक्तों को भगवान के दर्शन के लिए करीब 4 घंटे इंतजार करना पड़ा। पूजन के बाद जैसे ही दर्शन का सिलसिला शुरू हुआ, जयकारों से गगन गुंजायमान हो गया। भक्त हर्षित मन से भगवान की एक झलक पाने को आतुर नजर आए।
पूजन के बाद दर्शनों का सिलसिला शुरू हुआ….
महानिर्वाणी अखाड़ा की ओर से रात 12 बजे पूजन करने के बाद मंदिर में आम श्रद्धालुओं के दर्शनों का सिलसिला शुरू हो गया। इसके लिए हजारों दर्शनार्थी चारधाम मंदिर की ओर लाइन में खड़े हो चुके थे। इस बार मंदिर प्रशासन द्वारा नागचंद्रेश्वर मंदिर तक नया ब्रिज बनाया गया है, जिससे दर्शन के बाद श्रद्धालुओं को बाहर जाने में भी आसानी रहेगी। यही कारण है कि चारधाम से लाइन में लगने के बाद करीब एक घंटे में ही आम लोगों को दर्शन हो रहे हैं। भगवान नागचंद्रेश्वर के दर्शन का सिलसिला मंगलवार को रात 12 बजे तक चलेगा।