आशीष रावत…..पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी नेता उमा भारती के भतीजे राहुल लोधी की विधायकी छिन गयी हाईकोर्ट ने टीकमगढ़ जिले की खरगापुर विधानसभा से बीजेपी विधायक राहुल सिंह लोधी का निर्वाचन शून्य करने का आदेश दिया….

मध्यप्रदेश हाईकोर्ट की न्यायमूर्ति नंदिता दुबे की एकल पीठ ने टीकमगढ़ जिला अंतर्गत खरगापुर विधानसभा क्षेत्र के विधायक राहुल सिंह लोधी का निर्वाचन शून्य करने का आदेश दिया है। आदेश की प्रति मध्य प्रदेश राज्य निर्वाचन आयोग और भारत निर्वाचन आयोग को भेजने के निर्देश भी दिए गए हैं। निर्वाचन शुरू होने के साथ लोधी को मिल रहे विधायक से जुड़े सभी लाभ रोकने का भी आदेश है।

क्या है पूरा मामला…..
खरगापुर विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव हार चुकी चंदा सिंह गौर की ओर से भाजपा विधायक का नामांकन पत्र नियम विरुद्ध स्वीकार करने की शिकायत की गयी है। इसके अलावा याचिका में कहा गया कि राहुल लोधी के पास सरकार से अनुबंधित एक प्राइवेट ठेका कंपनी में पार्टनरशिप भी है। इसकी जानकारी उन्होंने नामांकन पत्र में छुपाई है। हाईकोर्ट ने लोधी पर 20 हजार रुपए जुर्माना लगाया था। इसका भुगतान भी लोधी की ओर से चंदा सिंह को नहीं किया गया है।

इसी मामले में बुधवार को जबलपुर हाईकोर्ट की न्यायाधीश नंदिता दुबे की कोर्ट में सुनवाई हुई। कोर्ट ने कहा है कि राहुल सिंह लोधी को विधायक पद की सुविधाएं नहीं दी जाएं। कोर्ट ने तत्कालीन रिटर्निंग ऑफिसर वंदना राजपूत के खिलाफ भी सख्त निर्देश देते हुए कहा है कि आगे किसी भी निर्वाचन प्रक्रिया में इन्हें नहीं रखा जाए। आगे की कार्रवाई विधानसभा करेगी।

उमा भारती के भतीजे हैं राहुल लोधी…..
पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती के बड़े भाई हरबल सिंह लोधी के छोटे बेटे राहुल सिंह लोधी खरगापुर से 2018 में पहली बार विधायक बने थे। इससे पहले 2013 में भी वे खरगापुर से ही बीजेपी के ही टिकट पर विधानसभा का चुनाव लड़े थे। उस चुनाव में वे कांग्रेस प्रत्याशी चंदा रानी गौर से हार गए थे। राहुल लोधी की पत्नी उमिता सिंह टीकमगढ़ जिला पंचायत की अध्यक्ष हैं।