सीएम साहब रीवा स्वास्थ्य विभाग के कारनामे तो पता कीजिये
नीलेंद्र मिश्रा भोपाल ब्यूरो  – रीवा के मेडिकल कॉलेज में एक बार फिर एक बड़ी लापरवाही उजागर हुई है , इलाज के लिए भर्ती 22 वर्षीय मरीज की मौत हो जाती है , मृतक के परिजनों को युवक केशव की जगह 65 साल के बुजुर्ग का शव दे दिया जाता है …
रीवा रक्षाबंधन के दिन युवक विवेक की तबीयत खराब हो गई थी । जिसके बाद उसे संजय गांधी अस्पताल के आईसीयू द्वितीय तल में भर्ती कराया गया । भर्ती के बाद विवेक को दवा दी गई और रात 2:30 बजे सेहत में सुधार हुआ भी । 7 अगस्त को सुबह 3 बजे युवक ठीक था । घर में फोन पर बात भी की और उसे सुबह जनरल वार्ड सी-2 में शिफ्ट कर दिया गया था. एक्स-रे कराने के लिए कहा गया तो वह पैदल ही एक्सरे कराने भी गया । 1 बजे एक्सरे हुआ और रिपोर्ट देखने के बाद विवेक को ऊपर तीसरी मंजिल में बने वॉर्ड में शिफ्ट कर दिया जाता । विवेक के परिजनों को वॉर्ड से बाहर कर दिया जाता है अस्पताल के गेट के बाहर ही परिजन 2 दिन तक बेटे की राह देखते रहे पर उन्हें विवेक के बारे में कोई सूचना नहीं दी गई । बड़ी जद्दोजहद के बाद उन्हें युवक की मौत की जानकारी देते हुए मुर्दाघर में शव होने की सूचना दी जाती है । परिजन जब मुर्दाघर पहुंचे तो उन्हें एक 65 वर्ष के बुजुर्ग की लाश शिनाख्त करने के लिए कहा गया । बुजुर्ग का शव देखकर युवक के परिजनों ने हंगामा कर दिया । शव बदले जाने की खबर के बाद परिजनों ने अस्पताल में जमकर बवाल काटा । मामले में कॉलेज के डीन डॉ. एपीएस गहरवार ने माना कि लापरवाही हुई है । बैग का टैग बदल जाने से शव बदल गया और शव का अंतिम संस्कार कर दिया गया है । पीड़ित परिवार ने अस्पताल के बाहर इस घोर लापरवाही पर हंगामा किया और शव लेने से इनकार कर दिया। परिवार वालों ने इस बात पर विरोध जताया कि उन्हें किसी और का शव सुपुर्द कर दिया गया है । मृतक युवक के पिता रामविलास कुशवाहा ने कहा कि डिस्ट्रिक्ट चीफ मेडिकल एंड हेल्थ ऑफिसर (सीएमएचओ) ने बताया कि उसके बेटे का अंतिम संस्कार कर दिया गया है। इस मामले में कमिश्नर ने सह प्राध्यापक मेडिसिन राकेश पटेल को निलंबित कर दिया है । यह अस्पताल जिस मेडिकल कॉलेज से जुड़ा है , बर्खास्त डॉक्टर उस कॉलेज में असिस्टेंट प्रोफेसर है । वही इतनी बड़ी लापरवाही के लिए क्या एक डॉक्टर ही जबाबदार है प्रबंधन में और ऐसे कितने लापरवाही अधिकारी कर्मचारी हैं जिन पर कार्यवाही नहीं की गई।