मप्र की जेलों में बंद कैदियों से अब इस तरह होगी मुलाकात
नीलेंद्र मिश्रा भोपाल ब्यूरो – मप्र की जेलों में बंद बंदियों से परिजन अपने घर से ही एक स्मार्ट फोन , डेस्कटॉप, टैब या किसी mponline सेंटर से, वीडियो कॉन्फ्रेंस कर बंदी को सीधे देख और बात कर सकेंगे …
मध्य प्रदेश में जेलों में पहली बार बंदियों के लिए वीडियो कॉलिंग की सुविधा उपलब्ध कराई गई है । शुक्रवार सुबह इसकी शुरूआत करते हुए गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने अपने फोन से एक बंदी की मां से उनकी बात कराई। बेटा का चेहरा और आवाज सुनते ही मां रोने लगी। बार-बार बेटे से पूछ रही थी कैसे हो। बेटा भी मां को दिलासा दिलाते हुए कह रहा था- सब ठीक है। इसी तरह अन्य बंदियों के परिजनों ने भी अपने परिजनों से फेस-टू-फेस बात की। गृहमंत्री ने इसे जेलों से ई-मुलाकात का नाम दिया है।परिवार ने जेल में बंद अपने बेटे-पिता और भाई से बात की। कोरोना के कारण रक्षा बंधन और ईद पर भाइयों और बेटों से मुलाकात न हो पाने की वजह से मोबाइल पर बात करते हुए कई परिवार भावुक हो गए ।
ऐसे होगी मुलाकात …
प्रदेश की जेलों में बंदियों की जानकारी को भारत सरकार के एनआईसी के ई प्रिंट सॉफ्टवेयर के माध्यम से कम्प्यूटर पर अपलोड किया जाता है। इस सॉफ्टवेयर में ई-मुलाकात व्यवस्था का प्रावधान है। इस ई-मुलाकात के लिए बंदियों के परिवार www.e-prisons.nic.in वेबसाइट पर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के लिए आवेदन दे सकते हैं। उनके आवेदन को जेल अधीक्षक मंजूरी देगा। मंजूरी मिलने पर बंदी के परिवार अपने घर से ही एक स्मार्ट फोन, डेस्कटॉप, टेब या किसी mponline सेंटर से, वीडियो कॉन्फ्रेंस कर बंदी को सीधे देख और बात कर सकेंगे।
जेल मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने बताया कि ई मुलाकात शुरू होने से कोविड महामारी की इस कठिन परिस्थिति में कैदियों के परिवारों को जेल आने की ज़रूरत नहीं होगी. वो घर बैठे ही वीडियो कॉन्प्रेंसिंग से अपने बेटों-भाइयों या पिता को देख पाएंगे. इससे बंदियों के तनाव, अवसाद में कमी आएगी और कैदियों के परिवार का समय, श्रम और पैसे की बचत होगी।