जबलपुर फर्जी जमानतदार गेंग पकड़ाई – आठ जिलों से जुड़े तार

विकास पांडे जबलपुर ब्यूरो – जबलपुर पुलिस के हाथ एक ऐसा गिरोह लगा है जो पिछले 13 सालों से मध्य प्रदेश के आठ जिलों में फर्जी जमानतदार बनकर अदालतों में जमानतें लेता था …

जबलपुर पुलिस ने फर्जी बही बनाकर जमानत करने वाली गैंग का खुलासा किया है । 13 साल से फर्जी बहियो से जमानत करा रहे थे आरोपी । इस गैंग ने आठ जिलों में नेटवर्क फैला रखा था । आठ जिलों में फर्जी बही बनाकर जमानत कराने वाले गिरोह का गुरुवार को हनुमानताल पुलिस ने भंडाफोड़ किया । पांच आरोपी गिफ्तार पुलिस ने इस मामले में गिरफ्तार किये हैं । इनसे बड़ी मात्रा में नकली बही और 24 के लगभग तहसीलदार और तहसीलों की सील जब्त की है। आरोपी एक से डेढ़ हजार रुपए में बही और आधार कार्ड तैयार करते थे । इसके बाद वे पांच से दस हजार रुपए लेकर जमानत करा देते थे । ये गैंग पिछले 13 सालों से मध्य प्रदेश के अलग अलग जिलों में सक्रिय था । आरोपियों में पिता-पुत्र व समधन सहित कुल पांच लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। वहीं एक फरार है। जबकि एक आरोपी मारपीट के मामले में दो महीने पहले गिरफ्तार होकर जेल में है । हनुमानताल पुलिस ने गाजीनगर निवासी शातिर बदमाश मुन्ना उर्फ शौकत अली, उसके बेटे सद्दाम, समधन सलमा और 50 प्रतिशत के पार्टनर पप्पू दाहिया सहित एक अन्य को गिरफ्तार किया है । इस मामले में एक आरोपी मुन्ना का बेटा बबुआ फरार है। वहीं उसका साला अशफाक मारपीट के मामले में दो महीने से जेल में है ।

ये गैंग 13 साल से फर्जी बही तैयार कर जमानत करा रहा था। गिरोह के पास से तेंदूखेड़ा दमोह, कटनी, इटारसी, नरसिंहपुर, मंडला, जबलपुर, सतना, रीवा जिले के कुल आठ तहसील और तहसीलदारों के नाम की सील जब्त हुई है । वहीं बड़ी मात्रा में फर्जी बही जब्त हुई है । फर्जी बही तैयार करने का काम पप्पू दाहिया करता था । वहीं आधार कार्ड एक फोटो कापी दुकान का संचालक उपलब्ध कराता था । आरोपी किसी के भी नाम के खसरे का रिकार्ड निकलवा कर उसकी फर्जी बही बनाते थे । फोटो इसमें मुन्ना, सलमा और उसके बेटों सहित अन्य का लगाकर कोर्ट में जमानत कराते थे । प्रारम्भिक जांच में सामने आया है कि इस खेल में कोर्ट के कुछ वकील और बाबुओं की सांठगांठ भी है । वे ही जमानत कराने वाले आरोपियों का नाम इस गिरोह को उपलब्ध कराते थे फिर गैंग फर्जी जमानतदार की व्यवस्था करता था फर्जी बही लगाकर जमानत कराई जाती थी । आरोपी के अपराध के अनुसार ये गैंग जमानत कराने का पैसा लेती थी । पूछताछ में गिरोह ने पांच से 10 हजार रुपए एक जमानत कराने के एवज में लेने की बात स्वीकार की है। पुलिस मुख्य सरगना मुन्ना उर्फ शाैकत अली और उसकी समधन सलमा को रिमांड पर ले रही है । इस मामले में जाँच के बाद और भी खुलासे हो सकते हैं ।
अमित कुमार एएसपी