पं.सुमित पचौरी ज्योतिष शास्त्री दिल्ली….. आठ नवंबर को चंद्रग्रहण लग रहा है यह इस साल का आखिरी ग्रहण होगा चंद्रग्रहण को भारत के कई हिस्सों में देखा जा सकेगा…..
कार्तिक पूर्णिमा 8 नवंबर को चंद्र ग्रहण लगने वाला है। इस बार कार्तिक पूर्णिमा 8 नवंबर दिन मंगलवार को मनाई जाएगी। कार्तिक पूर्णिमा को हर साल देव दिवाली का पर्व भी मनाया जाता है लेकिन इस बार चंद्र ग्रहण होने के नाते देव दिवाली एक दिन पहले अर्थात 7 नवंबर को मनाई जायेगी।कार्तिक माह की पूर्णिमा तिथि पर लगने वाला यह साल 2022 का दूसरा चंद्र ग्रहण होगा। 15 दिन पहले साल का आखिरी सूर्य ग्रहण दिवाली के अगले दिन कार्तिक अमावस्या के दिन पड़ा था। 08 नवंबर को चंद्र ग्रहण की शुरूआत भारत में शाम 05 बजकर 28 मिनट से होगी और इसका समापन 06 बजकर 19 मिनट पर होगा।
कितने बजे शुरू होगा चंद्र ग्रहण….
चंद्र ग्रहण की तिथि…. 08 नवंबर, सोमवार 2022
चंद्रग्रहण का समय…. शाम 05 बजकर 28 मिनट से 06 बजकर 19 मिनट तक
चंद्रोदय का समय…. 08 नवंबर शाम 5 बजकर 28 मिनट पर
सूतक का समय…. प्रात 8.29 बजे से ग्रहण के सूतक से शाम को 6.19 बजे तक
माँ लक्ष्मी को प्रसन्न करने का उपाय…..
धार्मिक ग्रंथों के अनुसार, चंद्र ग्रहण लगने से पहले स्नान करके पीला वस्त्र धारण कर लें। इसके बाद घर के अंदर या किसी एकांत कमरे में उत्तर दिशा की तरफ मुख करके बैठ जाएं। अब एक थाली में केसर से स्वास्तिक या ऊं बनाएं. इस थाली को चौकी पर रखें और इस पर महालक्ष्मी यंत्र स्थापित करें। इसके बाद एक दूसरी थाली में शंख स्थापित करें। इसके बाद शंख में केसर से रंगे एक मुट्ठी चावल डालें और अब शुद्ध घी का दिया जलाएं। इसके बाद स्फटिक की माला से ‘ॐ पुते सदा देवी महालक्ष्मी नमोस्तुते’ मंत्र का जाप करें. चंद्र ग्रहण की समाप्ति के बाद इस पूरी सामग्री को किसी तालाब में जाकर विसर्जित कर दें। मान्यता हैं कि इस उपाय से मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं और धन की प्राप्ति हैं।
चंद्र ग्रहण का राशियों पर प्रभाव…..
मेष राशि – चंद्र ग्रहण के चलते मेष राशि के लोगों की मानसिक चिंता में वृद्धि होगी। इस दौरान आप दैनिक रोजगार को लेकर तनाव में आ सकते हैं। दांपत्य और प्रेम संबंधों में टकराव की स्थिति पैदा हो सकती है। इस दौरान आपके माता या पिता को कष्ट हो सकता है।
वृषभ राशि – भाई -बंधुओं के बीच तनाव हो सकता है। गृह और वाहन सुख को लेकर भी थोड़ा तनाव हो सकता है। इस दौरान आपको सुख में कमी महसूस होगी और नींद की बीमारी बढ़ेगी। आंतरिक शत्रुओं में वृद्धि होगी लेकिन अंत में जीत आपकी ही होगी।
कर्क राशि – इस दौरान आपका मन अशांत रहेगा. स्वास्थ्य से संबंधित समस्याएं उत्पन्न होंगी। इस दौरान अकारण तनाव बढ़ेगा। अगर आप कोई डिग्री लेने की सोच रहे हैं तो निर्णय लेने में आपका मन हिचकिचाएगा। इस दौरान माता या पिता को लेकर चिंता की स्थिति बन रही है।
सिंह राशि- सरकारी या उच्चाधिकारी से तनाव की स्थिति बन रही है। मनोबल और स्वास्थ्य में अवरोध की स्थिति बन रही है। पेट और पैर की समस्याओं में बढ़ोतरी होगी। इस दौरान विवाद से बचें और अपनी वाणी पर संयम बरतें।
कन्या राशि – इस दौरान वाणी की तीव्रता में वृद्धि होगी। ऐसे में इस दौरान किसी से भी संभलकर बात करें। आय के साधनों में तनाव की स्थिति बन रही है । इस दौरान माता के स्वास्थ्य के प्रति सतर्क रहे। इसके अलावा सुख में अवरोध की स्थिति पैदा हो सकती है।
तुला राशि – इस दौरान मानसिक स्वास्थ्य में अवरोध की स्थिति उत्पन्न होगी. माता को किसी कष्ट का सामना करना पड़ सकता है। दांपत्य और प्रेम संबंधों में तनाव की स्थिति उत्पन्न होगी। परिश्रम में भी अवरोध की स्थिति उत्पन्न हो सकती है। पेट और पैर से जुड़ी समस्याओं के चलते इस दौरान आपका मन अशांत बना रहेगा।
वृश्चिक राशि- मनोबल और स्वास्थ्य को लेकर मन अप्रसन्न रहेगा। इस दौरान आपका मन काफी अशांत रहेगा और आपको हर वक्त ये एहसास होगा कि कुछ हुआ है। इस दौरान आपके खर्चों में वृद्धि होगी।
धनु राशि – इस दौरान आपका अचानक से क्रोध बढ़ सकता है। ऐसे में जरूरी है कि आप खुद पर नियंत्रण रखें। दांपत्य सुख और प्रेम संबंधों में तनाव की स्थिति भी पैदा हो सकती है। इस दौरान शिक्षा में अवरोध पैदा होगा। माता या पिता को किसी कष्ट का सामना करना पड़ सकता है और संतान को लेकर मन बेचैन बना रहेगा।
मकर राशि – इस दौरान स्वास्थ्य से संबंधित दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। जीवनसाथी और प्रेम संबंधों को लेकर मन अप्रसन्न रहेगा। आय के साधनों में अवरोध की स्थिति उत्पन्न होगी। संतान को लेकर चिंता लगी रहेगी। माता और पिता के स्वास्थ्य को लेकर भी थोड़ी सी चिंता लगी रहेगी।
मीन राशि – इस दौरान संतान को लेकर चिंता साथ ही मनोबल में अवरोध उत्पन्न हो सकता है। इस दौरान आपके भाई-बहनों और मित्रों को कष्ट हो सकता है। पराक्रम और सम्मान में अवरोध पैदा होगा। पेट और पेशाब की समस्याओं के कारण तनाव रहेगा. इस दौरान अपनी वाणी पर कंट्रोल रखें।
पं.सुमित पचौरी ज्योतिष शास्त्री दिल्ली