राहुल शर्मा इंदौर ब्यूरो – अपराध नियंत्रण व अपराधियों को खोजने, बेहतर पुलसिंग और यातायात सुधार के लिए तैयार किए हैं अलग-अलग एप , डी जी पी ने बाल सुरक्षा कार्टून पुस्तिका एवं इन्दौर पुलिस के मासिक न्यूज लेटर ‘ का विमोचन भी किया …
मध्य प्रदेश पुलिस के आधुनिकीकरण में नित नए आयाम जुड़ रहे हैं । इस कड़ी में पुलिस महानिदेशक श्री विजय कुमार सिंह ने स्मार्ट पुलिसिंग के लिए इंदौर पुलिस द्वारा किए नवाचारों का शनिवार को शुभारंभ किया । जिसमें “सीटीएपी” ( क्रिमिनल ट्रेकिंग एंड प्लाटिंग एप ), “इंदौर पुलिस एप” व “सोशल कॉप” एप शामिल हैं। पुलिस महानिदेशक ने इस अवसर पर कहा की “सीटीएपी ऐप” अपराध नियत्रंण में अत्यंत महत्वपूर्ण साबित होगा। इस एप की मदद से आदतन अपराधियों एवं संदिग्धों की पहचान सुनिश्चित कर अपराधों पर अंकुश लगाया जा सकेगा। साथ ही इन एप से बेहतर पुलिसिंग भी की जा सकेगी। इंदौर के प्रीतमलाल दुआ सभागृह में आयोजित हुए कार्यकम में उन्होंने बाल सुरक्षा कार्टून पुस्तिका एवं इन्दौर पुलिस के मासिक न्यूज लेटर का विमोचन भी किया। इस अवसर पर अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक इन्दौर ज़ोन श्री वरूण कपूर , पुलिस महानिरीक्षक विशेष सशस्त्र बल इन्दौर श्री वी. के. सूर्यवंशी व वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्रीमती रूचि वर्धन मिश्र सहितअन्य पुलिस अधिकारीगण, गणमान्य नागरिकगण , पुलिस कैडेट योजना के स्कूलों के बच्चे व शिक्षकगण उपस्थित थे । पुलिस महानिदेशक श्री सिंह ने इन्दौर पुलिस द्वारा किये गये इन नवाचारों की सराहना की । साथ ही स्टूडेंट पुलिस कैडेट योजना के अन्तर्गत किये जा रहे नित नये प्रयासों की भी प्रशंसा की।इन्दौर पुलिस द्वारा आदतन अपराधियों की पहचान सुनिश्चित करने, अपराधियों की गतिविधियों पर कड़ी नजर रखने एवं उन पर अंकुश लगाने के मकसद से एडीजी इन्दौर ज़ोन श्री वरूण कपूर के निर्देशन में “सीटीएपी एप” तैयार किया गया है। एडीजी श्री कपूर ने बताया यह एप अपराधियों की ट्रेकिंग एवं उनके क्षेत्र की पहचान सुनिश्चित कर, उनकी अपराधिक गतिविधियों पर कड़ी नजर रखकर उन पर रोकथाम लगाने के लिये बनाया गया है। इसमें इन्दौर पुलिस द्वारा पिछले कई वर्षो के चेन स्नेचरों, चोरों, नकबजनों, मोबाइल चोरों व आदतन अपराधियों का डाटा, उनकी संपूर्ण जानकारियों सहित संकलित किया गया है । पुलिस अधिकारीगण किसी भी अपराधी एवं संदिग्धों के पकड़े जाने पर उनकी जानकारी इस ऐप में जैसे ही डालेंगे वैसे ही इसमें संकलित पूर्व के डाटा से मिलान होने लगेगा और उस अपराधी की संपूर्ण जानकारी पता लग जाएगी। यदि उसका पूर्व का डाटा नहीं भी होगा तो, उसमें वर्तमान में पुलिस अधिकारी द्वारा डाली गयी डिटेल्स उस अपराधी के क्षेत्र व किये गये अपराध सहित ऐप में जुड़ जायेगी। इस ऐप के माध्यम से पुलिस को अपराधियों द्वारा किये जा रहे अपराधों के तरीकों एवं उनके अपराध क्षेत्रों की पहचान आसानी से पता लग जायेगी।
इसी तरह यातायात व्यवस्था और बेहतर बनाने तथा यातायात नियमों के प्रति जागरूकता लाने के लिए “सोशल कॉप एप” पुलिस के साथी के रूप में काम करेगा। ” इंदौर पुलिस ऐप ” में पेडिंग अपराधों, शिकायतों, डीएसआर, प्रतिबंधात्मक कार्यवाही, जेल से रिहा होने वाले आदतन अपराधियों, संदिग्धों एवं अपराधियों की जानकारी रहेगी। जिसके माध्यम से पुलिस अपराधों की रोकथाम की दिशा में और बेहतर तरीके से कार्य कर सकेगी।बाल सुरक्षा पुस्तिका “अटकन चटकन -सुरक्षित बचपन” बाल अपराध एवं बच्चों की सुरक्षा पर केन्द्रित है। बच्चों को यौन शोषण एवं महिलाओं के अपराधों के प्रति जागरूक करने के उद्देश्य से इंदौर पुलिस ने यह पुस्तिका बनाई है। जिसमें पुलिस डायरी की सच्ची कहानियों को कामिक्स बुक्स की तरह किरदारों में प्रदर्शित कर अपराधों के प्रति सजग रहने, उनसे बचने व स्वंय की सुरक्षा के उपाय के प्रति जागरूक किया गया है।
उत्कृष्ट कार्य करने वाले पुलिस अधिकारियों को किया सम्मानित – डीजीपी श्री वी के सिंह द्वारा इंदौर में अपराध नियंत्रण में उत्कृष्ठ कार्य करने वाले पुलिस अधिकारियों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। जिनमें अति पुलिस अधीक्षक श्री धर्मराज मीणा, श्रीमती मनीषा पाठक सोनी, श्री शैलेन्द्र सिंह चौहान, श्री अमरेन्द्र सिंह, एआईजी श्रीमती सोनाली दुबे, श्री प्रशांत चौबे व श्री महेंद्र जैन, नगर पुलिस अधीक्षक खजराना श्री एस के एस तोमर, उप पुलिस अधीक्षक क्राइम श्री अलोक शर्मा, उप पुलिस अधीक्षक मुख्यालय श्री अजय वाजपेयी, रक्षित निरीक्षक श्री जय श्री तोमर शामिल हैं । स्वागत उदबोधन पुलिस अधीक्षक पूर्व श्री मो.युसूफ कुरैशी ने एवं आभार पुलिस अधीक्षक पश्चिम श्री अवधेश कुमार गोस्वामी ने किया। संचालन अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक डॉ प्रशांत चौबे द्वारा किया गया ।