राहुल शर्मा इंदौर ब्यूरो – एमवाय अस्पताल की लापरवाहियों का सिलसिला रुकने का नाम नहीं ले रहा , एमवाय में एक बार फिर मानवता शर्मशार हुई …
इंदौर के एमवाय अस्पताल में अंतिम संस्कार के अभाव में पोस्टमार्टम का इंतजार करते हुए कंकाल बने शव का मामलाा अभी शांत ही नहीं हुआ था कि फिर एक नया मामलाा सामने आ गया है। जिसमें तीन माह के बच्चे का शव 5 दिनों से बॉक्स में ही रखा हुआ पाया गया है। बच्चे की यहां इलाज के दौरान 12 सितंबर को मौत हो गई थी। शव अज्ञात होने से जिम्मेदारों ने उसे एक बॉक्स में बंद किया और मर्चूरी रूम में रखकर भूल गए। बच्चे की मौत की सूचना भी पुलिस को नही दी गई है।
बच्चा घायल अवस्था में अस्पताल में लाया गया था। उसकी यहां इलाज के दौरान 12 सितंबर को मौत हो गई। शव अज्ञात होने से जिम्मेदारों ने उसे एक बॉक्स में बंद किया और मर्चूरी रूम में रखकर भूल गए। जिम्मेदारों ने इतनी भी जहमत नहीं उठाई कि बच्चे की मौत की सूचना पुलिस को दें और उसका पोस्टमार्टम करवाकर अंतिम संस्कार करवा दें। कंकाल बन चुके शव का मामला सामने आने के बाद जांच शुरू हुई तो जिम्मेदार गुरुवार को मर्चूरी रूम पहुंचे और यहां शवों को देखा। इसी दौरान फ्रिजर के पास एक बॉक्स नजर आया जिसमें मासूम की बाॅडी रखी हुई थी । इसके बाद पूरे मामले का खुलासा हुआ। नियमों की बात करें तो मौत के 24 घंटे में ही पुलिस को सूचना देते हुए शव का पीएम हो जाना चाहिए । लेकिन एमवाय में जो कुछ चल रहा है वह बहुत ही शर्मसार करने वाला है ।
एमवाय हॉस्पिटल के इस तरह से मामले सामने आने से बहुत बड़ी लापरवाही सामने आ रही हैं आम जनता में हॉस्पिटल को लेकर जो अवधारणा बनती जा रही हैं वो ठीक नहीं हैं । अगर इस तरह की लापरवाही का आलम चलता रहा तो आम जनता का भरोसा पूरी तरह से ख़त्म हो जायेगा । इसीलिए प्रशासन को चाहिए कि जिम्मेदारो के विरुद्ध उचित कड़ी कार्यवाही करे जिससे इस तरह की गंभीर किस्म की लापरवाही को रोका जा सके।
बच्चा यहीं एमवाय में एडमिट था अस्पताल वाले पुलिस को सूचना नहीं दे पाए थे गुरुवार को उन्होंने सूचना दे दी है । हम जो जांच रिपोर्ट कमिश्नर साहब को सौंपेंगे उसमें इसका उल्लेख करेंगे ।
रजनी सिंह अपर आयुक्त इंदौर