• मां त्रिपुर सुंदरी का विश्व विख्यात मन्दिर
  • आइए आज आपको लेकर चलते हैं नरसिंहपुर के झोतेश्वर परमहंसी मैं विराजमान जगत जननी माता त्रिपुर सुंदरी मन्दिर में । जिनके दर पर माथा टेकने से होती है मन की हर मुराद पूरी
    नरसिंहपुर कहा जाता है कि जगतगुरु शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती जी की तपस्या के दौरान त्रिपुर सुंदरी देवी ने उन्हें साक्षात दर्शन दिए और कहा कि यहां मेरा मंदिर बनवाओ तब से लेकर अब तक इस मंदिर की ख्याति पूरे देश में प्रसिद्ध है । इसे पांचवें मठ के रूप में भी माना जाता है क्योंकि द्वारका पीठ ज्योतिष पीठ के पीठाधीश्वर शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती कि यह तपोभूमि भी रही है।
    नरसिंहपुर जिले की गोटेगांव तहसील से महज 15 किलोमीटर दूर स्थित झोतेश्वर में त्रिपुर सुंदरी देवी का यह मंदिर इतना भव्य और चमत्कारिक है कि इस के दर पर जो भी मन्नत मांगी जाए मां त्रिपुर सुंदरी देवी उनकी हर मुराद को पूरी करती हैं । ठीक इसी के पीछे चौसठ योगिनी मंदिर बना हुआ है जो पूरे भारत में कहीं और नहीं है यहां पर देवी भगवती के कई रूप देखने को मिलते हैं झोतेश्वर मंदिर के पास कई ऐसे सिद्ध मंदिर भी है जिनके चमत्कारों की काफी चर्चा होती है । जैसे जैसे हम मंदिर के करीब पहुंचते हैं मंदिर के आसपास के जंगल का मनोहर रूप ऐसा लगता है कि मानो हम प्रकृति की गोद में आ गए हैं । श्री माता त्रिपुर सुंदरी के दर्शन करने आए श्रद्धालु इनकी तारीफ करते नहीं थकते हैं प्रतिदिन यहां पर भक्तों का आना जाना लगा रहता है देश के कोने कोने से लोग इस मंदिर और माता त्रिपुर सुंदरी का आशीर्वाद लेने आते हैं।

    मा त्रिपुर सुंदरी
  • दिग्विजय सिंह पर है माँ की असीम कृपा
    मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्य मंत्री दिग्विजय सिंह भी मा त्रिपुर सुंदरी के अनन्त भक्त है। दिग्विजय सिंह की आस्था इस मंदिर से जब से जुड़ी जब वो विधायक हुआ करते थे। मां के आशीर्वाद से ही दिग्विजय सिंह को मध्य प्रदेश की कमान मिली। मां के इस मंदिर को देश का पांचवा मठ भी कहा जाता है। नवरात्रि के समय यंहा लाखो की संख्या में श्रद्धालु अपनी अपनी मुराद लेकर आते है। माँ के इस मंदिर से आज तक कोई खाली नही गया।