नीलेन्द्र मिश्रा भोपाल ब्यूरो – अब पुलिस जाति पूछकर गिरफ्तारी करेगी। जाति के आधार पर वर्ग विशेष के लिए एडवाइजरी जारी की गई है । अब थानों में एससी एसटी वर्ग के लिए पुलिस नरम रवैया बरतेगी …
मध्यप्रदेश पुलिस की एक एडवाइजरी इन दिनों चर्चा का विषय बनी हुई है । डीजीपी वीके सिंह की ओर से जारी की गई इस एडवाइजरी में कहा गया है कि अनुसूचित जाति-जनजाति के लोगों के साथ किसी प्रकार का अभद्र व्यवहार न किया जाए और न ही मारपीट की जाए । गिरफ्तार करने से पहले पुलिस जाति पूछेगी । हिरासत में लेने के दौरान वर्ग विशेष के लोगों से दुर्व्यवहार या मारपीट नहीं करने के निर्देश जारी किए गए हैं । अगर ऐसी शिकायत मिलती है तो इसकी जिम्मेदारी उस जिले के एसपी की होगी । सभी जिलों के एसपी को निर्देश दिया है कि बहुत जरूरी हो तब वर्ग विशेष के लोगों को हिरासत में लिया जाए । हिरासत में लेने के दौरान उनसे मारपीट और दुर्व्यवहार बिल्कुल नहीं करने के निर्देश दिए गए हैं ।
डीजीपी वी के सिंह ने पत्र में लिखा है कि कुछ ऐसी घटनाएं प्रकाश में आई है जिसमें पुलिस हिरासत के दौरान अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति वर्ग के व्यक्तियों के साथ अभद्र व्यवहार और मारपीट की गई । इन घटनाओं पर राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग ने गंभीर आपत्ति व्यक्त की है । भारतीय संविधान एवं विधि के अधीन किसी व्यक्ति को व्यक्तिगत स्वतंत्रता से केवल कानूनन ही वंचित किया जा सकता है । विधि संगत प्रावधानों के अधीन आवश्यक होने पर ही हिरासत में लेने और पुलिस हिरासत में कोई अभद्रता व्यवहार, मारपीट ना करने की हिदायत दी है । उन्होंने आगे लिखा कि इस आदेश का कड़ाई से पालन किया जाए । ताकि आगे फिर कभी इस तरह की घटना ना हों ।