अजय सेन ब्यूरो छिंदवाड़ा – छिंदवाड़ा जिले में बारिश कहर बनकर बरस रही है , जिले के हर्रई ब्लाक में बारिश ने तबाही मचा रखी है …
छिंदवाड़ा जिले के हर्रई जनपद पंचायत क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम पंचायत भेडा जहां कल शाम 4:00 बजे से मूसलाधार बारिश होने से बाढ़ जैसे हालात बन गए है । गांव के पास बने डैम के दोनों तरफ सरकारी स्कूल भवन बने हुए हैं । जिसमें ऊपर तरफ हाई स्कूल एवं नीचे तरफ मिडिल स्कूल व प्राइमरी स्कूल है । मूसलाधार बारिश होने से डैम के पानी का वहाव गांव की ओर तेज रफतार से आया और गांव के सभी नदी नाले तलाव उफान पर आ गए । बाढ़ ने गांव में देखते ही देखते निचले स्थानों पर बने कई ग्रामीणों के कच्चे मकान ओर फसल चौपट कर दी । गांव में बाढ़ का पानी कहर बनकर पहुंचा वहा नुकसान ही नुकसान हुआ है । भेड़ा प्राइमरी स्कूल एवं मिडिल स्कूल निचले स्थान पर होने के कारण स्कूल के कक्षो में बाढ़ का पानी लबालब भर गया । संयोग की बात यह रही कि कल हर्रई बाजार होने के कारण बच्चों की छुट्टी कुछ समय पूर्व हो गई थी । जिससे कोई बड़ी घटना नहीं हो पाई । डैम का पानी स्कूल के सभी कक्षो में भर जाने से स्कूल से संबंधित स्टेशनरी काफी पुस्तक एवं अन्य स्कूली दस्तावेज खराब हो गए । इसके अलावा भेड़ा हाई स्कूल के लगभग 40 से 50 छात्र-छात्रा इस बाढ़ की चपेट में आ गए थे । जो कि उस समय हाई स्कूल भेड़ा में ही थे । डैम का पानी अपना विकराल रूप दिखाते हुए गांव के सभी मार्गों पर भर गया जिससे हाई स्कूल के सभी छात्र-छात्राएं बारिश रुकने का एवं बाढ़ का पानी उतरने का इंतजार करने लगे । बाढ़ का पानी देख स्कूली बच्चे दहशत में आ गए थे । ग्रामीणों के द्वारा उक्त घटना की जानकारी जिला पुलिस अधीक्षक मनोज राय को प्राप्त होने पर अमरवाड़ा एसडीओपी संतोष डेहरिया ने हर्रई पुलिस थाना टीआई मुकेश खंपरियां एवं बचाव दल व होमगार्ड की टीम तैयार कर ग्राम भेडा हाई स्कूल पहुंचाई । जिसके बाद शासकीय स्कूल से 40-50 छात्र- छात्राओं को रेस्क्यू कर निकाला गया । क्षेत्र में भारी बारिश के कारण स्कूल के चारों ओर तेज बहाव का पानी भर जाने के कारण लगभग 5:00 बजे तक स्कूल में ही बच्चे फंसे रहे । हर्रई पुलिस होमगार्ड बचाव दल एवं ग्रामीणों के सहयोग से सभी स्कूल के छात्र छात्राओं को सुरक्षित बाहर निकाला गया । देर शाम 8:00 से 9:00 तक डायल 100 वाहन एवं अन्य वाहनों का इंतजाम कर सभी छात्र छात्राओं को सुरक्षित घरों तक पहुंचाया गया । प्रभावित बच्चे ग्राम भेड़ा नंदना पिपरिया पड़रभटा एवं ग्राम पठारा के निवासी थे । ग्रामीणों द्वारा विधानसभा मीडिया प्रभारी राजेश नेमा को बताया गया कि डैम के निर्माण कार्य के समय कई लापरवाही बरती गई थी । इसके अलावा स्कूल परिसर के पास जो पुल बना हुआ है । उस पुल निर्माण का कार्य कराते समय 30 फिट ऊंचाई के लंबे पुल पर छोटी साइज की पुलिया डाली गई हैं जिस कारण पानी का तेज बहाव नहीं हो पाता । इस वजह से पानी पुल के ऊपर आ जाता है । पुल के ऊपर किसी भी प्रकार की कोई रेलिंग नहीं बनाई गई जबकि इसी पुल के ऊपर से सैकड़ों स्कूल के छोटे-छोटे बच्चे बच्चियां एवं ग्रामीण जन आना-जाना करते हैं । पिछले दिनों इस पुल पर रेलिंग ना होने के कारण एक बच्ची स्कूल से घर जाते समय फिसल कर नीचे गिर गई थी जिसके हाथ मैं फैक्चर हुआ था । शिक्षा विभाग के 3-3 स्कूलों के संचालक उस पुल के ऊपर से निकलने के वाद भी रेलिंग के लिए संबंधित विभाग को क्यों नहीं कहते यह कितनी बड़ी लापरवाही है इसके बावजूद भी संबंधित विभाग द्वारा लगातार लापरवाही बरती जा रही है । सिंचाई विभाग द्वारा ओवरफ्लो पानी को रोकने के लिए यहां पर बेस्ट वेयर बनाए गए थे । जो कि दो साल पहले तोड़ दिए गएे हैं । जिनका निर्माण कार्य अभी तक पुनः नहीं हुआ है । सिंचाई विभाग पर भी प्रश्न खड़े होते हैं कि आखिर दो साल से हाथ पर हाथ रखे क्या कर रहे है किसी दुर्घटना का इंतजार । इसके अलावा पुल एवं स्कूल परिसर के आसपास कई अतिक्रमण कर आवास बनाए गए हैं । जो कि सिंचाई विभाग एवं शिक्षा विभाग के दायरे मे आते हैं । ये अतिक्रमणकारी अपनी जान को जोखिम में डालकर यहां पर निवास कर रहे हैं इन को नोटिस जारी करना था परंतु आज दिनांक तक इन पर किसी भी प्रकार से कोई कार्यवाही नहीं की गई ।