rajdhani news – रतलाम का प्राचीन महालक्ष्मी मंदिर कुबेर के ख़ज़ाने में तब्दील हो चूका है यहाँ परंपरा है कि धन तेरस से दीपावली तक अपना धन मंदिर में रखने से महालक्ष्मी प्रसन्न होती है और धन की वृद्धि करती हैं । इसी परंपरा के चलते यहाँ रतलाम व् गुजरात से भी कई श्रद्धालु यहाँ आते है और अपना धन इस मंदिर में रखते है यहाँ श्रद्धालु नोटों की गड्डीययो के अलावा अपनी ज्वेलरी भी रखते है । इस मंदिर में इतने श्रद्धालु अपना धन रखा जाते है जिससे पुरे मंदिर में कुबेर का खज़ाना दिखाई देने लगता है और इस कुबेर के ख़ज़ाने को देखने दूर दूर से 5 दिनों तक हजारो की संख्या में श्रद्धालु आते है ।
मंदिर में कड़ी सुरक्षा के भी इंतजाम प्रशासन करता है यहाँ सीसीटीवी केमेरे लगाये गए है इसके अलावा पुलिस व्यवस्था भी रहती है । इस प्राचीन मंदिर में सालो से यह परंपरा है आस्था है कि यहाँ अपना धन रखने से महालक्ष्मी प्रसन्न होती है और धन में वृद्धि होती है । हजारो श्रद्धालु 3 दिनों तक यहाँ दर्शन को आते है ।
श्रद्धालु सुबह 4 बजे से ही लंबी कतार में माँ महालक्ष्मी के दर्शन को खड़े हो जाते है । वही श्राद्धालु आज धन तेरस के दिन महालक्ष्मीजी के दर्शन को बड़ा ही शुभ मानते है भक्तो का कहना ही ऐसा नजारा कही देखने को नहीं मिलता है । दिवाली के समय पूरा मंदिर कुबेर के ख़ज़ाने की तरह दिखाई देता है ।