संजय दुबे / मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा की पहचान कमलनाथ से होती है । अब मध्य प्रदेश की भी पहचान कमलनाथ से होगी । जिस तरह कमलनाथ ने छिंदवाड़ा के विकास में कोई कसर नहीं छोड़ी अब मध्य प्रदेश की भी सूरत बदलने वाली है । 1980 में इंदिरा गाँधी ने जब कमलनाथ को मध्य प्रदेश में छिंदवाड़ा से चुनाव लड़ने भेजा तब कमलनाथ ने छिंदवाड़ा में आदिवासियों के उत्थान के लिए काफी प्रयास किये । छिंदवाड़ा में रोजगार के अवसर पैदा कर छिंदवाड़ा के विकास के लिए अपना जीवन समर्पित कर कमलनाथ ने अपना जीवन छिंदवाड़ा के विकास के लिए लगाया । आज छिंदवाड़ा कमलनाथ के नाम से जाना जाता है । छिंदवाड़ा की जनता कमलनाथ को प्यार से साहब कहकर बुलाती है। छिंदवाड़ा की जनता ने कमलनाथ को अपना प्यार स्नेह भरपूर दिया और 9 बार से सांसद चुना । आज छिंदवाड़ा की जनता के साथ मध्य प्रदेश की जनता ने भी साहब को मुखिया बनाकर अपना स्नेह दिया है ।

कमलनाथ का परिवार …
नाम
कमलनाथ
पिता का नाम
स्वर्गीय श्री महेंद्र नाथ
माता का नाम
स्वर्गीय श्रीमती लीला नाथ
जन्मतिथि
18 नवंबर 1946
पत्नी श्रीमती
अलका नाथ
पुत्र
नकुल नाथ एवं बकुल नाथ
कमलनाथ का जन्म 18 नवबंर 1946 को उत्तर प्रदेश के कानपुर में हुआ था । कमलनाथ एमपी के छिदंवाड़ा से सांसद है. इससे पहले वो 9 बार वहां से चुनाव जीत चुके है ।
कुशल राजनेता के तौर पर पहचाने जाने वाले कमनलाथ ने देहरादून के दून स्कूल से अपनी पढ़ाई की है. कमलनाथ ने कोलकाता के सेंट ज़ेवियर कॉलेज से उच्च शिक्षा हासिल की है ।

शैक्षणिक संस्थानों के प्रभार …
अध्यक्ष इंस्टिट्यूट ऑफ़ मैनेजमेंट टेक्नोलॉजी बोर्ड ऑफ गवर्नमेंट गाजियाबाद , अध्यक्ष लाजपत राय पोस्ट ग्रेजुएट कॉलेज गाजियाबाद ,
अध्यक्ष इंस्टिट्यूट ऑफ इंडोलॉजी नई दिल्ली साहिबाबाद
डाक्टरेट से सम्मानित सन 2006 में रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय जबलपुर से डॉक्टरेट की उपाधि से सम्मानित
सराहना / प्रशस्ति 1972 में बांग्लादेश की आजादी में योगदान के लिए बांग्लादेश के प्रधानमंत्री शेख मुजीबुर्रहमान द्वारा प्रशस्ति पत्र एवं सम्मान 1991 पृथ्वी सम्मेलन रियो डी जेनेरियो भारत का कुशल प्रतिनिधित्व करने के लिए संसद द्वारा प्रशस्ति 1999 ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय लंदन द्वारा आमंत्रण व्याख्यान , वर्ल्ड इकोनॉमी फोरम में 14 बार लगातार भारत का नेतृत्व करना

प्रकाशित पुस्तकें … भारत की शताब्दी एवं व्यापार निवेश उद्योग नामक पुस्तक के लेखक श्री कमलनाथ हैं।
विदेश यात्राएं … सन 1982 से 2018 तक 600 से अधिक विदेशी यात्राएं संसार के सभी देशों में संयुक्त राष्ट्र संघ की साधारण सभा से लेकर अंतर्राष्ट्रीय संसदीय सम्मेलनों तथा सभी प्रमुख देशों में सम्मेलनों गोष्ठियों में सम्मिलित

राजीनीति में संजय के साथ रखे कदम साहब ने … 
राजनीती में संजय गाँधी के साथ साहब ने कदम रखे थे । संजय गाँधी से दोस्ती स्कुल समय में दून स्कुल से शुरू हुई थी। कमलनाथ को इंदिरा गाँधी का तीसरा बेटा कहा जाता है । संजय गाँधी जब जेल गए तब इंदिरा को संजय की चिंता थी तब कमलनाथ ने जज पर पेपर फेंका जिस पर उन पर जुरमाना लगाया । कमलनाथ पर जज ने 500 रूपये का जुरमाना लगाया जिसे कमलनाथ ने भरने से मना कर दिया । जज ने जुरमाना नहीं भरने पर कमलनाथ को 7 दिन के लिए जेल भेज दिया था जंहा कमलनाथ संजय गाँधी के साथ साया बनकर रहे थे । संजय की मौत के बाद कमलनाथ की नजदीकी राजीव गाँधी से भी खासी रही। इंदिरा गाँधी ने जब 1979 में कमलनाथ को छिंदवाड़ा से चुनाव लड़ाया और कमलनाथ जीतकर भी आये तब से आज तक कमलनाथ की नजदीकी गाँधी परिवार से बनी है ।
1979 में प्रथम बार छिंदवाड़ा से निर्वाचित 1984 1990 1991 1998 1999 2004 2009 2014 मैं लोकसभा के लिए निर्वाचित 2018

मंत्रिमंडल में प्रभार …
1991 से 1994 तक केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्री, 1995 से 1996 केंद्रीय कपड़ा मंत्री, 2004 से 2008 तक केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री ,2009 से 2011 तक केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री , 2012 से शहरी विकास मंत्री एवं संसदीय कार्य मंत्री 2014 तक ।
संगठन में पद …
1968 में युवक कांग्रेस में प्रवेश , 1976 में उत्तर प्रदेश युवक कांग्रेस का प्रभार 1970 – 81 अखिल भारतीय युवा कांग्रेस की राष्ट्रीय परिषद के सदस्य ,1979 में युवक ,कांग्रेस की ओर से महाराष्ट्र के पर्यवेक्षक, 2,000 2018 तक अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव , मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष बनकर 15 साल बाद कांग्रेस की सरकार बनाने में एहम भूमिका निभाई ।

मुख्य मंत्री के रूप में चुने गए …
13 दिसंबर को भोपाल में कांग्रेस पार्टी ने सर्वसम्मति से कमल नाथ को विधायक दल का मुखिया चुनते हुए मध्य प्रदेश के मुख्य मंत्री के रूप में चुना ।