rajdhani news / छत्तीसगढ़ रायपुर पुलिस ने एक ऐसे नाइजीरियन गिरोह को पकड़ा है, जिसने एक बैंक को ढ़ाई करोड़ रुपये की चपत लगायी थी। ये नाइजीरियन गिरोह हैकिंग कर बैंकों को अपना निशाना बनाता था और फिर बैंकों की रकम को अपने-अपने खातों में ट्रांसफर करा लिया करता था। दरअसल पिछले दिनों रायपुर के देवेंद्र नगर स्थित यस बैंक के दो खातों से हैकरों ने 2 करोड़ 47 लाख रुपये निकाल लिये और उसे आनलाइन अलग-अलग बैंकों के 26 खातों में NEFT और RTGS के जरिये ट्रांसफर करा लिया। ये पूरी वारदात दीपावली की रात को इन शातिरों ने अंजाम दिया था। 
जानकारी के मुताबिक कुछ दिन पहले ही व्यवसायिक सहकारी बैंक के अधिकारी ने महेश कुमार ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि उनके बैंक से 2.47 करोड़ की राशी किसी अज्ञात व्यक्ति के द्वारा अलग अलग खातों में ट्रांसफर कराई गई है। सूचना पर पुलिस ने पहले ही 3 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है। बाकी बचे आरोपियों में दो को मुम्बई महाराष्ट्र से गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तार आरोपियों में राकेश सिंह कोलकत्ता का रहने वाला है वहीं दूसरा आरोपी ओसाजी गाॅड्सटाईम निवासी नाइजीरियान जो कि कुछ दिनों से मुंबई में रहरहा था. आरोपी राकेश सिंह ने पुलिस पूछताछ में बताया कि उसने 20 प्रतिशत कमीशन में अपना खाता एक विदेशी नाइजीरियन व्यक्ति को उपलब्ध कराया था और खाते में आयी 10 लाख रूपये की राशि में से 8 लाख रूपये उसने आईएमपीएस के जरिये निकाल लिये थे व बाकि के 2 लाख रूपये की राशि बैंक में होल्ड होने की वजह से नहीं निकल पाया। उसने 8 लाख रूपये में से 6.50 लाख रूपये नाइजीरियन साथी को देने की बात बतायी। आरोपी से प्राप्त सूचना के आधार पर टीम द्वारा विदेशी नाइजीरियन ओसाजी गाॅड्सटाईम को गिरफ्तार किया गया है। घटना में शामिल आरोपी गुजरात के सूरत और चाईना से हैकिंग की घटना को अंजाम देते थे. आरोपियों के पास से आरोपियों से 04 नग मोबाईल फोन, 03 नग पासपोर्ट, 01 नग लैपटाॅप, 02 नग वाई-फाई डिवाईस, 02 बैंक पासबुक, 01 आधार कार्ड एवं 02 एटीएम कार्ड किया गया है जब्त किया गया है।
मामले खुलासा करते हुए एसपी अमरेश मिश्रा ने बताया कि 6 टीम लगी हुई थी इन लोगों ने सूरत से बैंक हैकिंग की घटना को अंजाम दिया था। इसमे से अब तक के पांच लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है। ये नाइजीरियन आरोपी अपना नाम और पासपोर्ट बदल-बदलकर इंडिया में 2009 से रह रहा था। ठगी हुई राशि में से लगभग 90 प्रतिशत राशि पुलिस टीम द्वारा होल्ड करा लिया गया है। ठगी के इस बड़े खुलासे में एसपी अमरेश मिश्रा सहित क्राइम ब्रांच एडिशनल एसपी दौलतराम पोर्ते और क्राइम ब्रांच डीएसपी अभिषेक माहेश्वरी मौजूद थे ।