रूद्र प्रताप सिंह चौहान होशंगाबाद ब्यूरो – भले ही अब प्रदेश में भाजपा की सरकार न रही हो भले ही अब कांग्रेस की सरकार हो , पर होशंगाबाद जिले में हो रहे अवैध उत्खनन को रोक पाना न तो भाजपा के बस में था और न अब कांग्रेस के बुते की बात लग रही है , क्या सरकार क्या प्रशासन इन माफियाओं के सामने सब बोने साबित हो रहे हैं , जिला प्रशासन के ईमानदार अधिकारियों को अवैध उत्खनन रोकने के प्रयास करने पर मारपीट झगड़े जैसे हालातों से गुजरना पड़ता है भाजपा शासन में पिपरिया की तत्कालीन तहसीलदार विंकी सिंघमारे और उनकी टीम पर रेत माफियाओं ने हमला किया था अब कांग्रेस के शासन काल में रेत माफिया ने ईमानदार अपने कर्तव्यों का ईमानदारी से पालन करने की सजा अधिकारियो की टीम को दी है । आधी रात को अवैध उत्खन की शिकायत पर छापा मारने जा रही नायब तहसीलदार की टीम को निशाना बनाया गया है । जिले के बाबई ब्लाक के मनवाड़ा गाँव में अवैध उत्खनन की शिकायत मिलने पर रात करीब दो बजे सुचना मिलने पर जब तहसीलदार की टीम छापा मारने जा रही थी कि तभी कुछ लोगों द्वारा टीम को रोककर झगड़ा करने लगे । रेत माफिया के 25 गुर्गों के आगे नायब तहसीलदार आर आई पटवारी और उनकी टीम को कुछ कहने का मौका नहीं मिला है और बड़ी मुश्किल से जान बचाकर भागना पडा। इस घटना की जानकारी बाबई थाने और वरिष्ठ अधिकारीयों को फोन पर अतुल श्रीवास्तव नायब तहसिलदार ने दी । जिसके बाद घटना स्थल पर बाबई पुलिस टी आई सहित भारी मात्रा में फ़ोर्स पहुंचा। इस झगड़े में तहसीलदार सहित स्टाफ को चोटें आई । घटना के बाद जागे जिला प्रशासन ने आनन फानन में गांव के आस पास से अवैध रूप से चल रहे ट्रेक्टर जेसीबी की जप्त कर बाबई थाने लाया गया । आज सुबह से जिला प्रशासन ने देर रात घटना को अंजाम देने वाले करीब 15 रेत माफिया के गुर्गों को गिरफ्तार कर लिया है। वंही अब भी 10 अपराधी पुलिस गिरफ्त से बाहर हैं ।
घटना के बाद प्रशासन की दलील…
देर रात नायब तहशीलदार और टीम पर जान लेवा हमला करने वाले रेत माफिया के गुर्गों को अब ये कहकर बचाने के प्रयास हो रहे हैं की उन्होंने देर रात छापा मारने गई नायब तहसीलदार की टीम को बच्चा चोर गिरोह समझ कर मारपीट कर दी थी । वहीं दबी जुबान में अधिकारी ये भी कहते नजर आये कि आखिर क्यों रेत माफिया के गुर्गों को बचाया जा रहा है ।
रेत माफियाओं को नहीं पड़ता कोई फर्क…
होशंगाबाद जिले में NGT की रोक भी बेअसर है जिले में चल रहे अवैध उत्खनन से आज एक बड़ा व्यवसाय संचालित हो रहा हैं जिसका प्रतिदिन का टर्न ओवर ही करोड़ों में हैं । रेत के कारोबार से जुड़े माफिया को अब नियम कानून भी बेअसर से लगते हैं जिनको अपनी मर्जी के हिसाब से मोड़ा तोडा जा सकता है जिसका लाभ रेत माफिया उठाता है । रेत माफिया ने कुछ साल पूर्व जिले के एक टी व्ही चैनल के पत्रकार को बंधक बनाकर मारपीट की जिले के तत्कालीन पुलिस अधिकच्छक के प्रयासों से जैसे तैसे पत्रकार की जान बच पाई , इसी तरह पूर्व में जिले की पिपरिया तहसिलदार विंकी सिंघमारे की टीम पर उस वक्त हमला हुआ जब वो एक खदान से रेत से भरे ट्रेक्टर को पकड़ कर पिपरिया ला रही थी उस घटना में तहसीलदार की टीम में मौजूद ड्रायवर के सर में काफी चोटें आई थी। अब एक बार फिर रेत माफिया ने जिले के ईमानदार अधिकारीयों को निशाना बनाया है । अब देखना होगा जिला प्रशासन इन रेत माफियाओं पर किस तरह अंकुश लगा पाता हैं।