रूद्र प्रताप सिंह होशंगाबाद ब्यूरो – होशंगाबाद यूं तो पूरे सावन मास में विभिन्न धार्मिक आयोजनों का तांता लगा रहता है परंतु सावन महीने के प्रथम सोमवार को होगी भगवान् शिव की भस्मआरती एवं 251 दीपकों से महाआरती का आयोजन एक विशेष आयोजन है जो शिवार्चन समिति के तत्वाधान एवं आचार्य सोमेश परसाई के सान्निध्य में श्रावण मास के पावन पर्व पर आयोजित होगा । महारुद्राभिषेक में आज शिव भक्तो को संबोधित करते हुए आचार्य सोमेश परसाई जी ने कहा कि हम भाग्यशाली है कि हमने नर्मदा के पावन तट पर जन्म लिया और यहाँ शिव भक्त का हमें सौभाग्य प्राप्त हो रहा है ।गुरुदेव ने वाल्मीक जी का दृष्टान्त सुनाते हुए कहा कि हमारे द्वारा किये गए शुभ अशुभ कर्मो का फल हमको ही भोगना पड़ता है । इसके पश्चात गुरुमंत्र का महत्त्व बताते हुए गुरुदेव ने कहा कि गुरु शिष्य की योग्यता अनुसार अपने शिष्य को गुरुमंत्र देते हैं यदि उस गुरु मन्त्र का श्रद्धापूर्वक जाप किया जाए तो शिष्य रत्नाकर से ब्रह्मर्षि वाल्मीक भी बन सकता है । इसके पूर्व शिवभक्तों से भगवान् शिव का दूध दही घी शहद शक्कर सहित दुर्लभ जड़ी बूटी व फलों के रस से भगवान् को स्नान कराकर भगवान् का वेद मन्त्रों से रुद्राभिषेक किया।रुद्राष्टक लिंगाष्टक के संगीतमय गान द्वारा भगवान् का श्रृंगार किया गया ।