नीलेंद्र मिश्रा भोपाल ब्यूरो – मप्र की राजनीती में आज का दिन काफी उथल पुथल भरा रहा , एक तरफ जंहा प्रदेश भाजपा के नेता कमल नाथ की सरकार गिराने के सपने बुनते रहे तो वहीं अपनों ने ही भारतीय जनता पार्टी के सपनों पर पानी फेर दिया , सरकार गिराना तो दूर भाजपा प्रदेश में अपने ही विधायकों को एक जुट नहीं रख पाई …
भोपाल कमलनाथ सरकार द्वारा पेश एक बिल पर मत विभाजन के दौरान बीजेपी के दो विधायकों ने न सिर्फ सरकार का साथ दिया, बल्कि उन्होंने कांग्रेस में शामिल होने के स्पष्ट संकेत दिए। बीजेपी इस बिल के विरोध में थी और इन 2 को छोड़कर उसके बाकी सभी विधायक बिल पर वोटिंग के दौरान सदन में मौजूद नहीं थे । क्रिमिनल लॉ (अमेंडमेंट) बिल पर वोटिंग के दौरान मैहर से बीजेपी विधायक नारायण त्रिपाठी और ब्यौहारी से विधायक शरद कौल ने सरकार का साथ दिया। सरकार के बिल के समर्थन में वोट देने के बाद जहां नारायण त्रिपाठी ने बीजेपी की आलोचना की। उन्होंने कहा कि बीजेपी लगातार झूठे वादे करते हुए खुद का प्रचार करती रहती है। उन्होंने कहा कि उन्हें मैहर का विकास भी करना है और वह मुख्यमंत्री कमलनाथ के साथ हैं। इसी तरह शरद कौल ने भी कहा कि यह उनकी ‘घर वापसी’ जैसे है, क्योंकि वह पहले कांग्रेस में रह चुके हैं। दोनों विधायकों को किसी अज्ञात जगह ले जाया गया है, जहां वे सीएम कमलनाथ से मुलाकात करेंगे ।
भाजपा संगठन में खलबली…
भारतीय जनता पार्टी के दो विधायकों के रवैये को देख पार्टी में बैठकों को दोर शुरू हो गया है। देर रात मप्र के पूर्व मुख्य मंत्री शिवराज सिंह चौहान प्रदेश कार्यालय पहुंचे जहां प्रदेशाध्यक्छ के साथ इस मामले में मीटिंग रखी गई ।
भाजपा संगठन में फूट …
दो विधायकों के आज सदन में कांग्रेस का साथ देने से मप्र भारतीय जनता पार्टी दो खेमों में बत्ती नजर आ रही है एक तरफ प्रदेश के भाजपा विधायकों ने नेता प्रतिपक्छ गोपाल भार्गव पर आरोप लगाए तो वहीँ कुछ विधायकों ने पूर्व मुख्य मंत्री शिवराज सिग चौहान के घर एक गुप्त बैठक की है । सूत्रों की माने तो आने वाले दिनों में मप्र भारतीय जनता पार्टी की अंदरूनी कलह और सामने आएगी ।