संजय दुबे – नर्मदापुरम में इन दिनों भाजपा दो गुटों में बट गई है एक तरफ नई भाजपा तो दूसरी तरफ पुरानी भाजपा सामने आ रही है , पिछले दिनों पिपरिया के एक ढाबा में हुई बैठक की गूंज राजधानी भोपाल से लेकर दिल्ली तक पहुंची है , पार्टी के आला कमान को इस मामले से अवगत कराया गया …
नर्मदापुरम में इन दिनों भाजपा की गुटबाजी जग जाहिर हो चली है। संगठन में एक गुट वर्तमान विधायक के विरोध में है तो वही विधायक गुट भी अपनी ढोल पीटने में लगा है । दो दिन पहले एक ढाबा में संगठन के हासिये पर पहुँचे नेताओं ने एक बैठक कर विधायक प्रत्याशी बदलने एक राय बनाई । बैठक की जानकारी मीडिया में आने के बादअब हलचल राजधानी तक सुनाई देने लगी है । राजधानी में मामला गरमाने लगा है । पार्टी से जुड़े सूत्रों के मुताबिक़ दोनों गुटों ने आला कमान तक इस मामले की शिकायत की है । वही आला कमान समन्वय बनाने में जुट गया है ।
आखिर क्या मामला है यहां पढ़े … भाजपा में सुनामी
भाजपा संगठन इस मामले को गंभीरता से ले रहा है । प्रदेश संगठन के सामने इस बार सरकार बनाना किसी चुनौती से कम नहीं । एन्टी इन्कम्बेंसी के चलते आला कमान चिंतित है । भाजपा के ग्रह मंत्री भी मध्य प्रदेश पर फोकस कर रहे हैं । संगठन किसी भी तरह चुनाव में जीत चाहता है । आला कमान के सामने इन बागियों को मनाना किसी चुनौती से कम नहीं ।
सबकी अपनी ढपली अपना राग ….
वर्तमान विधायक गुट तीन बार की जीत से गदगद है । हाल में बनखेड़ी में आयोजित मुख्य मंत्री के कार्यक्रम में आई जनता के सहारे आगामी विधान सभा चुनाव में जीत सुनिश्चित मान रहा है । वही विरोधियों को तबज्जों नहीं दे रहा ।
वहीँ संगठन से जुड़े नाराज कार्यकर्ता पदाधिकारीका गुट पिपरिया विधान सभा से उम्मीदवार बदलवाने एड़ी चोटी का जोर लगाने में लगा है । नाराज कार्यकर्ताओं के अनुसार तीन बार की जीत उनकी मेहनत का नतीजा है । अब इस बार हालात कुछ और हैं नाराज कार्यकर्ता भी छेत्र के चुने जनप्रतिनिधि रहे हैं उनका भी कोई वजूद है जिसके चलते पार्टी को चिंतन करना चाहिए ।
मध्य प्रदेश में विधान सभा चुनावों के पहले बन रहे माहौल पर बारीकी से आला कमान नजर बनाएं हैं । पार्टी से जुड़े सूत्रों के मुताबिक़ विधान सभा चुनावो के पूर्व इन बागिओं को मनाने राजधानी में बैठकों का सिलसिला शुरू हो गया है ।