कान्हा नेशनल पार्क में बाघिन की मौत
संकट मोचक मंडला ब्यूरो – कान्हा नेशनल पार्क में एक दो साल की बाघिन की मौत हो गई , बाघिन की मौत तार में फंसकर हुई है, जिससे शिकार की आशंका जताई जा रही है…
मंडला के विश्व प्रसिद्ध कान्हा नेशनल पार्क जो कि टाइगर के लिए जाना जाता है और प्रदेश को टाइगर स्टेट का दर्जा दिलाने में इसका खास योगदान रहा हैं। ऐसे में जब यहां किसी बाघिन की तार में फंसकर मौत हो जाए तो बाघ की सुरक्षा को लेकर किए जा रहे इंतजामों पर सवाल उठना लाजमी है। कान्हा नेशनल पार्क में एक दो साल की बाघिन की मौत के बाद वन विभाग में हड़कंप मच गया है । टाइगर स्टेट का दर्जा पाने वाले प्रदेश में बाघों पर संकट कायम है । सूत्रों की माने तो कान्हा नेशनल पार्क से 1 किलोमीटर की दूरी पर बाघिन की मौत तार में फंस कर हो गयी ।
वन विभाग की टीम घटनास्थल पर पहुंची और आसपास बारीकी से जांच की. घटनास्थल देखने के बाद पाया गया की बाघिन की मौत तार में फंस कर हुई जो जंगली जानवर या बाघ के शिकार के लिए लगाया गया था । जो यह बताने को काफी है कि वन्य प्राणियों का अवैध शिकार से बचाने और उनकी सुरक्षा को लेकर कान्हा प्रबंधन और वन विभाग कितना गंभीर है । टाइगर की सुरक्षा को लेकर सरकार के द्वारा लाखों रुपए खर्च करने के बाद भी कान्हा नेशनल पार्क के वन प्राणी असुरक्षित है. एक तरफ इस सीजन जहां बाघों की संख्या में इजाफा नजर आ रहा है । वहीं दूसरी तरफ 2 साल की बाघिन की मौत इस बात पर सवाल पैदा करती है की क्या कान्हा प्रबंधन इतना भी सक्षम नहीं कि शिकारियों की नजर से बाघों को बचा सके है ।
खापा रेंज में मृत मिले बाघ के अंग गायब नहीं हुए हैं। इससे यह अनुमान लगाया जा सकता है कि अन्य वन्य प्राणी के शिकार के लिए लगाए गए फंदे में फंसकर वह मरा है। फिलहाल पोस्टमार्टम कराकर विधिवत अंतिम संस्कार कर दिया गया है। शिकारियों की तलाश की जा रही है । नरेश सिंह यादव, डिप्टी डायरेक्टर कान्हा नेशनल पार्क