अभिनव चतुर्वेदी विदिशा इन दिनों देशभर में गणपति महोत्सव चल रहा है गणपति घर घर में विराजित हैं | आज हम आपको दिखाने जा रहे हैं एक ऐसे गणपति जो कि संत रूप में खड़े आसन में विराजित हैं | हम बात कर रहे हैं विदिशा जिले की गंज बासोदा के एक प्राचीन मंदिर की जहां पर खड़े गणपति जी की एक ऐसी प्रतिमा विराजित है जो 200 से 250 वर्ष पुरानी बताई जाती है | इस प्रतिमा की खास बात यह है की यह संत रूप में गणेश जी की खड़ी प्रतिमा है इस प्रतिमा में गणपति जी एक हाथ में पिच्ची , एक हाथ में फरसा, एक हाथ में कमंडल और एक हाथ में मोदक लिए हुए हैं | वैसे तो भगवान गणपति सबकी सभी मनोकामनाओं को पूरा करते हैं | बताया जाता है की इस मंदिर में लोगों की मनोकामना पूरी होती है लोग यहां पर अपनी अपनी मनोकामना लेकर आते हैं | लोगों की मनोकामना पूरी होने पर यहां पर आकर लोग पूजन करके प्रसाद चढ़ाते हैं | यह मंदिर पढ़ने वाले विद्यार्थियों के लिए आस्था का केंद्र है पढ़ने वाले विद्यार्थी यहां पर अपने अच्छी पढ़ाई के लिए पूजा करते हैं| साथ ही जिन बालक-बालिकाओं के विवाह में दिक्कत आती है उनकी भी यहां आकर मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं |