40 जिलों में बारिश के आसार, आंधी-बिजली गिरने का अलर्ट , 24 जून 2022 को 3 संभागों और 24 जिलों में गरज चमक के साथ बारिश की चेतावनी जारी की है, वही बिजली गिरने और चमकने को लेकर भी येलो अलर्ट जारी किया है…..
मध्य प्रदेश के मौसम में 3 दिन के बाद फिर बदलाव देखने को मिलेगा। 26 जून को एक नया सिस्टम बनने जा रहा है, इसके बाद 27 जून से प्रदेश में फिर झमाझम बारिश का सिलसिला शुरू होने के आसार है। एमपी मौसम विभाग (MP Weather Department) ने आज शुक्रवार 24 जून 2022 को 3 संभागों और 24 जिलों में गरज चमक के साथ बारिश की चेतावनी जारी की है, वही बिजली गिरने और चमकने को लेकर भी येलो अलर्ट जारी किया है।
एमपी मौसम विभाग के अनुसार, पिछले 24 घंटे के दौरान ग्वालियर, चंबल और सागर संभाग को छोडकर भोपाल, इंदौर, उज्जैन,शहडोल, जबलपुर, रीवा, जबलपुर और नर्मदापुरम संभाग के साथ सागर और गुना जिलों में में बारिश दर्ज की गई। आज शुक्रवार 24 जून 2022 को 3 भोपाल, उज्जैन और रीवा संभागों के साथ अनूपपुर, डिंडौरी, छिंदवाड़ा, बालाघाट, बैतूल, खरगोन, गुना, जबलपुर, नरसिंहपुर, सिवनी, मंडला, शहडोल, उमरिया, दमोह, सागर, झाबुआ, अलीराजपुर, बड़वानी, बुरहानुपर, धार, इंदौर, खंडवा, नर्मदापुरम और हरदा जिलों में बारिश की चेतावनी जारी की गई है। वही इन संभागों और जिलों में बिजली चमकने-गिरने और 40-50 किमी/घंटे की रफ्तार से हवा चलने को लेकर येलो अलर्ट जारी किया गया है।
एमपी मौसम विभाग के अनुसार, चार दिन से दक्षिण–मानसून के एक ही स्थान पर ठहरने से अरब सागर या बंगाल की खाड़ी में किसी प्रभावी मौसम प्रणाली के सक्रिय नहीं हो पा रही है और मानसून को आगे बढने के लिए उर्जा नहीं मिल रही है।वर्तमान में 4 वेदर सिस्टम एक्टिव है।एक पश्चिमी विक्षाेभ पाकिस्तान और उससे लगे जम्मू–कश्मीर में हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात के रूप और दक्षिणी गुजरात से केरल तक एक अपतटीय द्राेणिका लाइन है। दक्षिण–पूर्वी उत्तर प्रदेश पर हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात और अरब सागर के महाराष्ट्र तट पर भी हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है।इन चार वेदर सिस्टमों के चलते मध्यप्रदेश के अलग–अलग जिलाें में गरज–चमक के साथ वर्षा हाे रही है।
एमपी मौसम विभाग के अनुसार, आगामी दिनों में बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है, जिसके असर से प्रदेशभर में 27 जून के बाद तेज मूसलाधार बारिश होने की संभावना है। जून के अंत यानी 28 के बाद लगातार बारिश के संकेत है। इंदौर में जुलाई व अगस्त माह में सामान्य से अधिक बारिश होने की संभावना है। वही 27 जून तक ग्वालियर में दस्तक दे सकता है। 26 जून से गरज-चमक के साथ बारिश के आसार बनने लगेंगे और जैसे ही सिस्टम आगे बढ़ेंगे, बारिश में तेजी आएगी। मानसूनी बारिश 26 व 27 जून के बीच संभावित है। अभी दो दिनों तक स्थानीय प्रभाव से गरज-चमक के साथ बूंदाबांदी का दौर जारी रहेगा।
पिछले 24 घंटे का बारिश का रिकॉर्ड
पिछले 24 घंटाें के दौरान शुक्रवार सुबह साढ़े 8 बजे तक इंदौर में 50, खंडवा में 39, खरगाेन में 29.4, पचमढ़ी में 21.2, सिवनी 15.6, नर्मदापुरम में 13.2, सागर में 12.8, रायसेन में चार, मलाजखंड में चार, उमरिया में 3.4, रीवा में 2.2, धार में दाे, रतलाम में दाे, भाेपाल में 1.8, नरसिंहपुर में एक, छिंदवाड़ा में 0.6 मिलीमीटर वर्षा हुर्इ। जबलपुर में बूंदाबांदी हुई।