पन्ना टाइगर रिजर्व में बाघों की मौत आखिर क्यों
नीलेंद्र मिश्रा भोपाल ब्यूरो – मप्र के पन्ना टाइगर रिजर्व में बाघों की मौत का सिलसिला रुकने का नाम नहीं ले रहा है , आज फिर हिनौता रेंज के गगऊ बीट के सकरा में एक नर बाघ की लाश मिली जिससे हड़कंप मच गया …
पन्ना टाइगर रिजर्व एरिया में बाघों की मौतों का सिलसिला रुकने का नाम नहीं ले रहा एक के बाद एक बाघों की मौतों से प्रबंधन पर सवालिया निशाँ लगते हैं आखिर क्यों बाघों की मोठे पन्ना टाइगर रिजर्व में हो रही हैं । पन्ना टाइगर रिजर्व से आज एक और दु:खद खबर आई है । पार्क क्षेत्र से होकर गुजरने वाली केन नदी के किनारे कल एक नर बाघ पी-123 का शव मिला है । बताया जाता है कि बाघ टी – 431 के साथ हुए संघर्ष में वयस्क बाघ पी-123 घायल होकर केन नदी में गिर गया था और 3 दिनों तक पानी में पड़े रहने की वजह से उसकी मौत हो गई है । टाइगर रिजर्व के अधिकारियों ने बताया कि पिछले तीन दिनों से बाघ पी-123 की तलाश पार्क के अंदर नदी में की जा रही थी । रविवार को जब टीम रेस्क्यू कर रही थी तो उसका शव नदी के किनारे मिला । मृत बाघ पी-123 का शव नदी से निकलवाकर सुरक्षित रखवाया गया है और आज शाम पोस्टमार्टम के बाद दाह संस्कार किया गया । पिछले डेढ़ महीने के अंदर पन्ना में बाघ की मौत का यह तीसरा मामला है । जबकि 9 महीने के अंदर यह पांचवा मामला है। लगातार बाघों के मरने से टाइगर रिजर्व के कर्मचारी भी चिंतित हैं । आपको बता दें कि बीते 27 जुलाई को गहरीघाट वन परिक्षेत्र की मझौली बीट में भी एक बाघ का शव क्षत-विक्षत अवस्था में मिला था ।