आशीष रावत….बाबा महाकाल का भगवान श्री जगन्नाथ स्वरूप में श्रृंगार किया गया हजारों श्रद्धालुओं ने बाबा महाकाल के जगन्नाथ स्वरूप में दिव्य दर्शन कर आशीर्वाद लिया…..

भस्मआरती में बाबा महाकाल का श्री जगन्नाथ स्वरूप में श्रृंगार किया गया । जिसके बाद महानिर्वाणी अखाड़े की और से भगवान महाकाल को भस्म अर्पित की गई । हजारों श्रद्धालुओं ने बाबा महाकाल के जगन्नाथ स्वरूप में दिव्य दर्शन कर आशीर्वाद लिया । इस दौरान पूरा मंदिर परिसर जय श्री महाकाल और जय श्री जगन्नाथ की गूंज से गुंजायमान हो गया ।

उड़ीसा के पुरी के साथ आज पूरे देश भर में भगवान श्री जगन्नाथ की रथ यात्रा धूमधाम के साथ निकाली जाएगी । यह रथ यात्रा भले ही आज दोपहर को निकलने वाली है, लेकिन इसके पहले आषाढ़ शुक्ल पक्ष की द्वितिया के महासंयोग पर विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर में रविवार तड़के भस्म आरती के दौरान सुबह चार बजे मंदिर के पट खुलते ही पण्डे पुजारी ने गर्भगृह में स्थापित सभी भगवान की प्रतिमाओं का पूजन किया। भगवान महाकाल का जलाभिषेक दूध, दही, घी, शक्कर, पंचामृत और फलों के रस से किया। प्रथम घंटाल बजाकर हरि ओम का जल अर्पित किया गया। कपूर आरती के बाद बाबा महाकाल को नवीन मुकुट धारण करवाया गया।

उज्‍जैन में भी आज भगवान जगन्‍नाथ की रथ यात्रा निकाली जाएगी। इस्कान मंदिर की रथ यात्रा मंडी गेट चौराहा से शुरू होगी, जबकि श्री चंद्रवंशीय क्षत्रिय खाती समाज की रथ यात्रा दोपहर 3 बजे कार्तिक चौक स्थित जगदीश मंदिर से शुरू होगी। यात्रा में मप्र के मुख्‍यमंत्री सहित बड़ी संख्‍या में भक्‍त शाम‍िल होंगे। यात्रा के दौरान सुगम यात्रा के लिए मार्ग परिवर्तित किए गए हैं। इस्कान मंदिर की रथ यात्रा दोपहर 2 बजे आगर रोड स्थित कृषि उपज मंडी चौराहा से शुरू होगी। मुख्यमंत्री डाॅ.मोहन यादव भगवान जगन्नाथ की पूजा अर्चना कर यात्रा का शुभारंभ करेंगे। इस अवसर पर संस्कृति मंत्री धर्मेंद्र सिंह लोधी भी मौजूद रहेंगे। इस्कान की जगन्‍नाथ रथ यात्रा में पहली बार तीन रथ शामिल होंगे।

सबसे आगे भगवान बलदाऊ ताल ध्वज रथ पर सवार होकर निकलेंगे। उनके पीछे सुभद्रा महारानी दर्प दलन रथ पर सवार रहेंगी। सबसे पीछे भगवान जगन्नाथ नंदी घोष रथ पर सवार होकर भक्तों को दर्शन देने निकलेंगे। यात्रा में बुंदेलखंड का अहीर नृत्य ग्रुप, कोरकू जनजाति नृत्य मंडली, गौंड जनजाति नृत्य मंडल के साथ यूक्रेन व रशिया की भजन मंडलियां शामिल रहेंगी। तीन ट्राॅलों पर चलित चित्र प्रदर्शनी भी भक्तों का मन मोहेगी।