आशीष रावत……श्रावण मास के दूसरे सोमवार को बड़ी संख्या में श्रद्धालु ज्योतिर्लिंग महाकाल में भगवान भस्मरमैया के दर्शन करने पहुंचे….
श्रावण के दूसरे सोमवार पर ज्योतिर्लिंग महाकाल में भगवान भस्मरमैया के दर्शन के लिए बड़ी संख्या में दर्शनार्थी आए। देशभर के 2500 आस्थावानों को दर्शन अनुमति दी गई थी। गर्भगृह के सामने नंदी हाल, गणेश मंडपम्, कार्तिकेय मंडपम् से दर्शनार्थियों ने बाबा महाकाल के दिव्य दर्शन किए। तड़के पट खुलने के बाद भगवान का अभिषेक किया गया। तत्पश्चात श्रृंगार हुआ। फिर महाानिर्वाणी अखाड़े की ओर से महाकाल को भस्म अर्पित की गई। पूरा मंदिर परिसर जयकारों से गूंज उठा। भस्म आरती के बाद दर्शन का सिलसिला शुरू हुआ। ये दोपहर दो बजे तक जारी रहेगा। शाम को निकलने वाली सवारी के कारण कुछ देर के लिए दर्शन रोके जाएंगे।
आज निकलेगी बाबा महाकाल की दूसरी सवारी….
अवंतिकानाथ चंद्रमौलेश्वर के रूप में चांदी की पालकी पर और माने महेश के रूप में हाथी पर सवार होकर भक्तों को दर्शन देने निकलेंगे। सवारी शाम 4 बजे महाकाल मंदिर से शाही वैभव के साथ शुरू होगी।
दोपहर 3.30 बजे कलेक्टर आशीष सिंह मंदिर के सभा मंडप में भगवान महाकाल के चंद्रमौलेश्वर और मान महेश रूप की पूजा कर पालकी को नगर भ्रमण के लिए भेजेंगे। महाकाल मंदिर से शुरू होकर सवारी कोटमोहल्ला, गुदरी चौराहा, बख्शी बाजार, कहारवाड़ी होते हुए मोक्षदायिनी शिप्रा के रामघाट पहुंचेगी।
शिप्रा जल से भगवान महाकाल का अभिषेक…..
यहां पुजारी शिप्रा जल से भगवान महाकाल का अभिषेक पूजन करेंगे। पूजन पश्चात सवारी रामानुजकोट, कार्तिकचौक, जगदीश मंदिर, ढाबा रोड, टंकी चौराहा, छत्रीचौक होते हुए गोपाल मंदिर पहुंचेगी।यहां हरि हर का मिलन होगा, गोपाल मंदिर के पुजारियों द्वारा भगवान महाकाल की पूजा अर्चना की जाएगी। इसके बाद सवारी पटनी बाजार, गुदरी चौराहा होते हुए शाम करीब 7 बजे पुन: महाकाल मंदिर पहुंचेगी।