आशीष रावत…… श्रावण मास में आज सोमवार को भगवान महाकाल की तीसरी सवारी धूमधाम से निकाली जा रही है। भक्तों को भगवान महाकाल एक साथ तीन रूपों में दर्शन देने निकले हैं। अवंतिकानाथ चांदी की पालकी में चंद्रमौलेश्वर, हाथी पर मनमहेश तथा गरुड़ रथ पर शिव तांडव रूप में सवार होकर भक्तों को दर्शन देने निकले हैं।महाकाल मंदिर से शाम चार बजे शाही ठाठ-बाट के साथ भगवान महाकाल की सवारी शुरू हुई। कोट मोहल्ला, गुदरी चौराहा, बक्षी बाजार, कहारवाड़ी होते हुए भगवान महाकाल की पालकी मोक्षदायिनी शिप्रा के रामघाट पहुंचेगी। यहां पुजारी शिप्रा जल से भगवान महाकाल का अभिषेक कर पूजा अर्चना करेंगे। पूजन पश्चात सवारी परंपरागत मार्ग से होते हुए पुन: महाकाल मंदिर पहुंचेगी।

महाकाल दर्शन किए मुख्यमंत्री ने, सवारी में शामिल हुए

मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान सपत्नीक भगवान महाकाल के दर्शन व पूजा अर्चना की। महाकाल दर्शन के उपरांत मुख्यमंत्री सवारी में भी शामिल हुए तथा शिप्रा तट पर भगवान चंद्रमौलेश्वर की पूजा अर्चना करेंगे।मुख्यमंत्री नागचंद्रेश्वर मंदिर में प्रवेश के लिए एक करोड़ रुपये की लागत से बनाए गए नवनिर्मित फोल्डिंग ओवरब्रिज का उद्घाटन भी कर सकते हैं।

 

आज रात 12 बजे खुलेंगे नागचंद्रेश्वर मंदिर के पट

ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर के शिखर पर स्थित भगवान नागचंद्रेश्वर मंदिर के पट नागपंचमी पर एक साल बाद आज रात 12 बजे खुलेंगे। पश्चात महानिर्वाणी अखाड़े के गादीपति महंत विनीत गिरी महाराज के सानिध्‍य में कलेक्टर आशीष सिंह, एसपी सत्येंद्रकुमार शुक्ला द्वारा भगवान नागचंद्रेश्वर की पूजा-अर्चना की जाएगी। रात करीब 12.40 बजे से भक्तों को दर्शन के लिए मंदिर में प्रवेश दिया जाएगा।