आशीष रावत पिपरिया ब्यूरो – इस समय देखा जा सकेगा भारत में चंद्र ग्रहण, जानिए कब लगेगा सूतक
चंद्र ग्रहण 2019: चंद्र ग्रहण तब लगता है जब चंद्रमा पृथ्वी के ठीक पीछे उसकी प्रच्छाया में आ जाता है. ऐसा तभी हो सकता है जब सूर्य पृथ्वी और चंद्रमा इस क्रम में लगभग एक सीधी रेखा में हों. इस कारण चंद्र ग्रहण केवल पूर्णिमा तिथि को ही घटित हो सकता है. इस बार 16 जुलाई को चंद्र ग्रहण लग रहा है. चंद्र ग्रहण का प्रकार और अवधि चंद्र संधियों के सापेक्ष चंद्रमा की स्थिति पर निर्भर करते हैं. चंद्र ग्रहण को पृथ्वी के रात्रि पक्ष के किसी भी भाग से देखा जा सकता है. ब्रह्मांड में घटने वाली यह घटना है तो खगोलीय मगर इस घटना का धार्मिक महत्व भी बहुत है. इसका असर लोगों के ऊपर और जन्म कुंडली में 12 राशियों और ग्रहों पर भी पड़ता है. मत्स्य पुराण के अनुसार किसी अन्य कार्य की जगह ग्रहण काल में ईश्वर की आराधना करनी चाहिए. आइए जानते हैं चन्द्र ग्रहण और सूतक का समय।
इस बार ग्रहणकाल लगभग 3 घंटे का होगा. ग्रहण आधी रात में करीब 1.32 बजे से शुरू होगा जोकि प्रातः 4.30 बजे तक चलेगा. यह ग्रहण भारत समेत ऑस्ट्रेलिया, अफ्रीका, एशिया, यूरोप और दक्षिण अमेरिका में देखा जा सकेगा. 12 राशियों पर भी इसका व्यापक प्रभाव पड़ेगा।
ग्रहणकाल से 9 घंटे पहले सूतक की शुरुआत हो जाती है. चूंकि इस बार चंद्र ग्रहण गुरु पूर्णिमा के दिन पड़ रहा है इसलिए सारे धार्मिक कर्मकांड और पूजा पाठ सूतक काल से पहले ही कर लेना उचित होगा. सूतक काल 2:54 बजे से शुरू होगा।
धार्मिक मान्यता है कि चंद्र ग्रहण के कारण ग्रह नक्षत्रों का कुछ ऐसा योग बनता है जिससे बहुत बारिश होती है. भूस्खलन, बाढ़, भूकंप, समुद्र में तूफान, आंधी जैसी घटनाएं हो सकती हैं. ट्रेन दुर्घटना की आशंका है. ग्रहण के दौरान सूर्य राहु के साथ और चंद्र केतु और मंगल के साथ में मौजूद रहने के कारण लोगों का मन काफी विचलित रहेगा जिसके कारण स्थिर हो कर काम नहीं कर पाएंगे. आपसी द्वेष बढ़ेंगे. चंद्र ग्रहण का प्रभाव लोगों के मन को बहुत जल्दी प्रभावित करता तो इस कारण इसका प्रभाव भी सवा महीने पहले से दिखाने लगता और आगे सवा महीने तक रहता है।