संजय दुबे … आइये आज आपको लेकर चलते है सीहोर के प्रसिद्ध धाम सलकनपुर धाम। विंध्यांचल पर्वत पर विराजमान माँ विंध्यवासिनी के दर पर ….
मध्य प्रदेश के सीहोर जिले की बुधनी विधानसभा के सलकनपुर में विंध्याचल पर्वत पर स्थित है मां विजयासन देवी का मंदिर। मां का दरबार नवरात्रियों में भकतों से पटा रहता है। इस मंदिर में नवरात्रि के दिनों में प्रतिदिन लगभग एक से दो लाख श्रृद्वालु माता रानी के दर्शन के लिये आते हैं। विध्ंयवासिनी विजयासन के नाम से भी माता रानी को बुलाया जाता है। विंध्याचल पर्वत पर बिराजमान मां विजयासन मंदिर में नवरात्रि के समय भक्तों का सैलाब उमड़ आता है। देवीधाम तक आने के लिए दो रास्ते है एक सीढियों से और ट्स्ट द्वारा बनाया गया पक्का सड़क मार्ग। इसके अतिरिक्त भक्तो की सुविधाओ को देखते हुये रोपवे भी लगाई गई है जिसके माध्यम से भक्त आसानी से कुछ ही पलों में मां के दरबार में पहुंच जाते है । मां के दर्शन के लिये श्रृद्वालु अलग अलग तरह से कोई लेट कर सर भरते कोई सीढियों से चढ कर आते हैं । नवरात्रि के समय जगह जगह रास्ते के किनारे मां के भक्त दरबार में आने वाले श्रृद्वालुओं के लिए फलाहार चाय पानी ओर ठहरने की व्यवस्था भी करते हैं। किवदंति है कि मां ने रक्तबीज का वध करने के बाद मां कुछ समय के लिये विंध्याचल के इस पर्वत पर रुकी थीं तभी से मां के इस शक्तिपीठ को विजयासन के नाम से जाना जाता है। वहीं
मंदिर से जुडे लोग बताते है कि विंध्यवासिनी मां विजयासन ने लगभग 500 साल पहले बंजारे को सपना दिया था उसके बाद से ही मां का ये दरबार बना। मंदिर के पुजारी जी ने बताया मां के दर्शनो के लिये प्रदेश के अलावा दूसरे राज्यों से भी श्रृद्वालु आते हैं। खास बात तो ये भी है कि इस मंदिर से प्रदेश के मुखिया को भी काफी लगाव है मंदिर आने वाले श्रृद्वालुओं के लिये मध्य प्रदेष सरकार ने भी काफी विकास कार्य करवाये है। मुख्य मंत्री शिवराज सिंह चोहान भी अपने परिवार के साथ साल में दो बार माता रानी के दर्शनों को सलकनपुर देवीधाम में आते हैं। आज सलकनपुर धाम के नाम से जाना जाता है मातारानी के जयकारे मंदिर में दिनरात सुनाई देते है। मंदिर ट्स्ट ने नवरात्रि के मद्देनजर मां का दरबार 21 घंटे खुले रहने की बात कही। मां के दरबार में इन दिनों 5 आरतियां होंगी जिनमें भक्त शामिल हो सकते है। सुबह पहली आरती 05.30 , 09 बजे , 12 बजे , षाम को 07.30 और रात्रि में 10 बजे होगी।