होली पर पहली बार बाबा महाकाल के मंदिर में भक्त नहीं रहे मौजूद
राहुल शर्मा इंदौर ब्यूरो – बाबा महाकाल की नगरी उज्जैन में पहली बार बाबा महाकाल ने बिना भक्तों के होली खेली है , मंदिर के पंडितों और पुजारियों ने भगवान महाकाल के मंदिर में होली की परंपरा निभाई …
उज्जैन बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर में ही भस्म आरती की परम्परा है । भस्म आरती रोजाना सुबह 4 बजे होती है और परम्परा अनुसार दिवाली, गुड़ी पड़वा, नया वर्ष, मकर संक्रांति, होली सभी त्योहारों की शुरुआत भगवान महाकाल के साथ भस्म आरती में ही की जाती है। इसके चलते सभी त्योहार यहां धूम-धाम से मनाए जाते हैं । बाबा महाकाल की नगरी उज्जैन में भी होली की धूम रही । परंपरा अनुसार होली के त्योहार की शुरुआत शहर में सबसे पहले बाबा महाकाल मंदिर प्रांगण से होती है । बाबा महाकाल के दर पर धूमधाम से होली का उत्सव मनाया गया। सुबह 4 बजे होने वाली भस्म आती में इस बार भक्त तो शामिल नहीं हो पाए लेकिन पंडे-पुजारियों ने महाकाल के साथ होली खेली। यहां सभी ने बाबा की भक्ति में लीन होकर अबीर गुलाल और फूलों के साथ होली मनाई। रंग-गुलाल ऐसा उड़ा कि बाबा का दरबार रंगों से सराबोर हो गया।