आशीष रावत….तीन राज्यों में विधानसभा चुनावों में बीजेपी को मिली बंपर जीत के बाद मुख्यमंत्री पद के चेहरों को लेकर चर्चाओं का दौर तेज हो गया है…..

पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने किसी भी राज्य में मुख्यमंत्री पद के चेहरे की घोषणा नहीं की थी । कुछ प्रतिद्वंद्वियों की मौजूदगी के बावजूद शिवराज सिंह चौहान मध्य प्रदेश में सत्ता में बने रहने के लिए पसंदीदा नेता के रूप में उभरे हैं, लेकिन छत्तीसगढ़ और राजस्थान में नेतृत्व की दौड़ खुली हुई है । इन दोनों राज्यों में बीजेपी ने कांग्रेस से सत्ता छीनी है ।

मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री पद की रेस में चेहरे….
मध्यप्रदेश की बात करें तो मुख्यमंत्री के लिए सबसे पसंदीदा चेहरा शिवराज सिंह चौहान है । जिसके बाद दिमनी विधानसभा सीट से चुनाव लड़ने वाले केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को लंबे समय से मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री पद के दावेदार के रूप में देखा जाता रहा है । केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल और बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयबर्गी भी मुख्यमंत्री की दौड़ में शामिल है । मुख्यमंत्री की दौड़ में दो ब्राह्मण नेता भी शामिल हैं, बीजेपी राज्य प्रमुख और पहली बार के सांसद वीडी शर्मा, और पांचवीं बार विधायक बने और राज्य कैबिनेट में मंत्री, राजेंद्र शुक्ला, ये दोनों ही विंध्य क्षेत्र से आते हैं । मध्य प्रदेश बीजेपी के एक बड़े वर्ग का मानना ​​है कि शिवराज सिंह चौहान कम से कम अगले लोकसभा चुनाव तक मुख्यमंत्री बने रह सकते हैं । दरअसल लोकसभा चुनाव में 6 महीने से भी कम का समय बचा है । वहीं दूसरों का मानना ​​है कि बीजेपी ने इस बार जो, 163 सीटें जीती हैं, उनमें बहुमत से 44 सीटें ज्यादा हैं । जिसकी वजह से पार्टी के पास विकल्प चुनने के लिए जरूरी मदद मिल सकती है ।

छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री पद की रेस में चेहरे….
छत्तीसगढ़ में पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह, प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष अरुण कुमार साव, विपक्ष के नेता धरमलाल कौशिक और पूर्व आईएएस अधिकारी ओपी चौधरी को राजनीति पर नजर रखने वाले लोग इस शीर्ष पद के दावेदारों के रूप में देख रहे हैं । केंद्रीय मंत्री रेणुका सिंह सरूता भी मुख्यमंत्री की दौड़ में शामिल है । वह जनजातीय समाज से आती हैं और महिला हैं । छत्तीसगढ़ के गठन के बाद अब तक इस राज्य में कोई महिला मुख्यमंत्री नहीं हुआ है । बीजेपी शासित किसी भी राज्य में कोई महिला फिलहाल मुख्यमंत्री नहीं है ।

राजस्थान में मुख्यमंत्री पद की रेस में चेहरे…..
राजस्थान में राजनीति पर नजर रखने वालों का मानना है कि बीजेपी को आसानी से बहुमत मिलने का मतलब है कि पार्टी नेतृत्व मुख्यमंत्री पद के लिए किसी नए चेहरे को चुन सकता है, भले ही दो बार की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे अपने कद और बड़े जनाधार के कारण स्वाभाविक दावेदार हैं । केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत और अर्जुन राम मेघवाल, प्रदेश अध्यक्ष सी पी जोशी, दीया कुमारी और महंत बालकनाथ को भी संभावित उम्मीदवार माना जा रहा है । बालकनाथ की कट्टर हिन्दुत्ववादी छवि को उनके लिए एक फायदे के रूप में देखा जाता है ।