आशीष रावत पिपरिया ….. पिपरिया के मंगलवारा बाजार हृदय स्थल पर बने प्राचीन दुर्गा मंदिर का संचालन प्रशासन धार्मिक न्यास के माध्यम से करते आ रहा है । मंदिर के ट्रस्टी जो कोविड काल के चलते अब नही रहे । वहीं कई उम्र ज्यादा होने के चलते मंदिर में ध्यान ही नहीं देते जिस वजह से मंदिर की व्यवस्थाएं सुचारू नही चल पा रही हैं । शहर के समाज सेवी और जनप्रतिनिधि नारायण दास गंगेले ने दुर्गा मंदिर धार्मिक न्यास के पुनर्गठन की मांग उठाई है ।
पिपरिया के हृदय स्थल पर बने प्राचीन दुर्गा मंदिर का संचालन प्रशासन एक समिति बनाकर कर रहा है । वही इस समिति के कई मेंबरों की मौत हो चुकी है । मंदिर के ट्रस्ट में महज तीन मेंबर बचे हैं । कुछ बुजुर्ग होने के चलते दुर्गा मंदिर में समय ही नहीं दे पाते । वरिष्ठ समाजसेवी जनप्रतिनिधि नारायण दास गंगेले ने दुर्गा मंदिर के बेहतर रख रखाव और प्रबंधन के लिए एक बार पुनः धार्मिक न्यास दुर्गा मंदिर के मेंबरों के चयन की मांग उठाई है । वहीं नारायण दास गंगेले के अनुसार इस बार नवरात्रि में जो साज सज्जा होनी चाहिए थी वो नही हो पाई जिसके कारण शहर के ह्रदय स्थल चौराहे की खूबसूरती नही दिख रही ।
मंदिर के ट्रस्टियों के परिजनों को नही मिलना चाहिए मौका…..
दुर्गा मंदिर धार्मिक न्यास के ट्रस्टियों की मौत के बाद उनके ही घरों से नई समिति में रखने का मन प्रशासन बना चुका है । वहीं समाजसेवी नारायण दास गंगेले का कहना है कि मंदिर की व्यवथाओ में आगे रहे ऐसे लोगों को न्यास की समिति में रखना चाहिए । सार्वजनिक रूप से प्रशासन को न्यास के नए मेंबरो का चयन करना चाहिए न की ऐसे लोगो को जगह मिले जिन्हे मंदिर के संचालन से कोई मतलब न हो ।