प्रमोद गुप्ता सारनी / नगर में भाई दूज का पर्व धूमधाम से मनाया गया । परंपरागत रूप से बहनों ने अपने भाईयों को तिलक, कुम कुम एवं अक्षत कर उनके उज्जवल भविष्य की कामना की । इस मौके पर भाईयों ने भी अपनी बहनों को उपहार भेंट किए । दीपावली के एक दिन बाद आने वाले इस पर्व को लेकर बहनों में काफी उत्साह देखा गया। भाई के प्रति बहन के स्नेह को अभिव्यक्त करने वाले इस पर्व पर बहनों ने भाईयों का तिलक कर खुशहाली की कामना की । कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष को द्वितीय तिथि को मनाए जाने वाले इस पावन पर्व को यम द्वितीया भी कहते हैं । इस त्योहार के पीछे एक किंवदंती है कि यम देवता ने अपनी बहन यमी (यमुना) को इसी दिन दर्शन दिया था जो बहुत समय से उससे मिलने के लिए व्याकुल थी। अपने घर में भाई यम के आगमन पर यमुना ने प्रफुल्लित मन से उसकी आवभगत की यम ने प्रसन्न होकर वरदान दिया कि इस दिन यदि भाई-बहन दोनों एक साथ यमुना नदी में स्नान करेंगे तो उनकी मुक्ति हो जाएगी ।